पूर्व पाकिस्तानी कप्तान इंजमाम उल हक ने एक बड़ी बात कही है। इंजमाम उल हक ने कहा है कि पिछले साल इंग्लैंड में हुए वर्ल्ड कप के दौरान पाकिस्तानी टीम दबाव में थी। इंजमाम उल हक ने यह भी कहा कि सरफराज अहमद को जल्दी हटा दिया गया, आगे इंजमाम उल हक ने कहा कि उसे (सरफराज को) और समय मिलना चाहिए था।
एक टेलीविजन चैनल से बातचीत करते हुए इंजमाम उल हक ने कहा कि इंग्लैंड में हुए वर्ल्ड कप के दौरान खिलाड़ी डरे हुए और दबाव में थे। उन्हें लग रहा था कि बढ़िया प्रदर्शन नहीं करेंगे तो टीम से बाहर निकाल दिया जाएगा।
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इंजमाम उल हक ने किया सरफराज अहमद का समर्थन
वर्ल्ड कप में पाकिस्तानी टीम की कप्तानी सम्भालने वाले सरफराज अहमद को लेकर इंजमाम उल हक ने कहा कि उसे समय मिलना चाहिए था। वह गलतियों से सीखकर एक अच्छा कप्तान बन रहा था। कुछ बढ़िया मैच सरफराज अहमद ने पाकिस्तान के लिए जीते हैं।
गौरतलब है कि वर्ल्ड कप में पाकिस्तानी टीम नॉक आउट दौर में बाहर हो गई थी। इसके बाद टीम में बदलाव हुए थे। सरफराज अहमद को कप्तानी से हटा दिया गया था। कप्तानी से हटाने के बाद सरफराज अहमद को टीम से भी बाहर जा रास्ता दिखा दिया गया। शायद उनकी ढीली बल्लेबाजी के कारण ऐसा हुआ होगा।
मिस्बाह उल हक को पाकिस्तानी टीम का कोच और मुख्य चयनकर्ता बनाया गया था। उन्होंने टीम में कुछ युवा खिलाड़ियों को लाने का फैसला लिया और कप्तान भी बदल दिए गए। सरफराज अहमद को इस तरह हटाने पर कई पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने विरोध भी किया था। इंजमाम उल हक ने भी अब सरफराज अहमद को हटाने का निर्णय सही नहीं माना है।
गौरतलब है कि पाकिस्तानी टीम सेमीफाइनल तक का सफर भी तय नहीं कर पाई थी। इसके बाद उन्होंने सेमीफाइनल में नहीं पहुँचने के लिए भारतीय टीम को जिम्मेदार ठहराना शुरू कर दिया। कई पूर्व पाक खिलाड़ियों ने कहा कहा कि पाकिस्तान को सेमीफाइनल से रोकने के लिए भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ जानबूझकर पराजय स्वीकार की। अक्सर पाकिस्तान से ऐसे बयान भारत के लिए आते रहते हैं