पूर्व दिग्गज कप्तान इंजमाम उल हक (Inzamam-ul-Haq) ने पाकिस्तान में पिचों को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है। इंजमाम उल हक ने कहा है कि पाकिस्तान में पिचें उतनी अच्छी नहीं हैं। होम कंडीशंस में खेलने का मतलब ही यही होता है कि आप उसका फायदा उठाएं। हालांकि ऐसा नहीं हो रहा है।
ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच कराची में दूसरा टेस्ट मुकाबला खेला जा रहा है। हालांकि इस सीरीज से ज्यादा पाकिस्तान की पिचों को लेकर काफी चर्चा हो रही है। रावलपिंडी में खेला गया पहला टेस्ट मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ था। पूरे मैच में कुल 14 ही खिलाड़ी आउट हुए। इसके बाद सबको उम्मीद थी कि कराची की पिच गेंदबाजों के लिए थोड़ी मददगार होगी। हालांकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं हुआ और ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 556 रन बना दिए। वहीं पाकिस्तानी टीम जवाब में सिर्फ 148 रनों पर ही सिमट गई और मेहमान टीम ने एक बड़ी बढ़त हासिल कर ली।
होम कंडीशंस का फायदा नहीं उठा पाई पाकिस्तान टीम - इंजमाम उल हक
अपने यू-ट्यूब चैनल पर शेयर किए गए वीडियो में इंजमाम उल हक ने पिच के नेचर को लेकर सवाल उठाया। इंजमाम के मुताबिक उनके समय में अच्छी पिचें तैयार की जाती थीं। उन्होंने कहा,
होम कंडीशंस में खेलने का मतलब ही यही होता है कि आप अपने स्ट्रेंथ के हिसाब से खेलें। स्पिनर्स को असिस्ट करने के लिए रैंक टर्नर तैयार करें या फिर तेज गेंदबाजों की मददगार पिच बनाएं। स्लो विकेटें कभी पाकिस्तान की स्ट्रेंथ नहीं रही हैं। जब वसीम अकरम, वकार यूनिस और शोएब अख्तर होते थे तो पाकिस्तान फ्लैट ट्रैक देता था लेकिन उन पिचों में जान होती थी और वो रिवर्स स्विंग होती थी। मुझे लगता है कि पाकिस्तान ने अपनी पूरी क्षमता के हिसाब से नहीं खेला।