मुंबई इंडियंस ने 26 मई 2013 को चेन्नई सुपर किंग्स को हराते हुए पहली बार आईपीएल का खिताब जीता था। रोहित शर्मा की कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने फाइनल में सीएसके को 23 रनों से हराकर खिताबी जीत दर्ज की थी। मुंबई इसके बाद 2015, 2017 औऱ 2019 में भी खिताब अपने नाम कर चुकी है।
फाइनल में मुंबई इंडियंस ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया और यह तब गलत होता दिखा, जब टीम ने चौथे ही ओवर में 16 के स्कोर तक ड्वेन स्मिथ, अदित्य तरे और कप्तान रोहित शर्मा (2) के विकेट गंवा दिए थे। 10वें ओवर तक दिनेश कार्तिक भी 52 के स्कोर तक 21 रन बनाकर आउट हो गए थे।
किरोन पोलार्ड और अंबाती रायडू ने मुंबई इंडियंस की पारी को संभाला
मुंबई इंडियंस का स्कोर 52-4 था जब किरोन पोलार्ड बल्लेबाजी करने आए थे। इसके बाद अंबाती रायडू और पोलार्ड के बीच 48 रनों की साझेदारी हुई और दोनों स्कोर को 100 तक लेकर गए। 16वें ओवर की पहली गेंद पर अंबाती रायडू 36 गेंदों में 37 रन (4 चौके) बनाकर आउट हुए। हालांकि यहां मुंबई इंडियंस को अच्छे अंत की जरूरत थी और पोलार्ड ने किया भी वो ही। किरोन पोलार्ड ने नाबाद रहते हुए 32 गेंदों में 7 चौके और 3 छक्कों की मदद से 60* रन बनाए। उनके अलावा हरभजन सिंह ने भी 8 गेंदों में 14 रन बनाए। इसी की बदौलत मुंबई इंडियंस ने 20 ओवरों में 148-9 का स्कोर खड़ा किया।
149 रनों का पीछा करने उतरी चेन्नई सुपर किंग्स की टीम किसी भी प्रकार की टक्कर दे ही नहीं पाई। सुरेश रैना, माइकल हसी, रविंद्र जडेजा जैसे दिग्गज खिलाड़ी बुरी तरह फ्लॉप हुए। मुरली विजय (18) और ड्वेन ब्रावो (15) ने थोड़ा संघर्ष जरूर किया, लेकिन टीम को मुश्किल परिस्थिति से निकाल नहीं पाए। सीएसके के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने नाबाद रहते हुए 45 गेंदों में 3 चौके और 5 छक्कों की मदद से 63* रन बनाए, लेकिन वो टीम को जीत नहीं दिला पाए। अंत में सीएसके की टीम 20 ओवरों के बाद 125-9 का स्कोर ही बना पाई और 23 रनों से इस मैच को हार गए।
मुंबई इंडियंस के लिए लसिथ मलिंगा, हरभजन सिंह और मिचेल जॉनसन ने सबसे ज्यादा 2-2 विकेट लिए। ऋषि धवन, प्रज्ञान ओझा और किरोन पोलार्ड ने एक-एक विकेट लिया। पोलार्ड को उनके ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।