2 साल के वनवास के बाद चेन्नई सुपरकिंग्स एक बार फिर आईपीएल में वापसी करने जा रही है। साल 2018 के सीज़न में चेन्नई टीम के पास कुछ खिलाड़ियों को बरक़रार रखने का विकल्प मौजूद है, लेकिन वो सिर्फ़ उन्ही खिलाड़ियों को टीम में बनाए रख सकते हैं जो 2015 के सीज़न में चेन्नई का हिस्सा थे। 2015 के इस टीम के ज़्यादातर खिलाड़ी या तो गुजरात लॉयन्स या फिर राइज़िंग पुणे सुपरजायंट में शामिल हो गए थे। चेन्नई टीम के पूर्व खिलाड़ी मैट हेनरी और सैमुअल बद्री को टीम में वापस नहीं बुलाया जा सकता है क्योंकि वो दोनों अब दूसरी टीम का हिस्सा बन चुके हैं। इसके बावजूद चेन्नई टीम अपने पुराने 13 खिलाड़ियों में से किसी का चुनाव कर सकती है। ये तय माना जा रहा है कि चेन्नई के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और महत्वपूर्ण खिलाड़ी सुरेश रैना को ज़रूर टीम में शामिल किया जाएगा, बाकी खिलाड़ियों का भविष्य नीलामी के दौरान तय हो सकता है। ऐसे में ये बात साफ़ है कि कई खिलाड़ियों की चेन्नई टीम में वापसी नहीं होगी, इसकी कई वजहें हो सकती हैं। इसे भी पढ़ें: IPL 2018: रिपोर्ट्स के अनुसार पहली बार होगा डीआरएस नियम का प्रयोग यहां हम उन 5 खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं जिनका चेन्नई टीम में बरक़रार रहना मुश्किल दिख रहा है।
#5 रविचंद्रन अश्विन
आर अश्विन चेन्नई सुपरकिंग्स के एक अहम खिलाड़ी रहे हैं और उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कई रिकॉर्ड बनाए हैं, इन सब के बावजूद उनको चेन्नई टीम में बरक़रार नहीं रखा जाना चाहिए, इसकी कई वजहें हैं। हाल में उन्हें सीमित ओवरों के मैच से बाहर कर दिया गया था, उन्होंने छोटे प्रारूप के मैच के लिए कम अभ्यास किया है। हांलाकि उन्हे अगर मौक़ा मिले तो वो अपने रंग में वापस लौट सकते हैं। अगर चेन्नई टीम को अश्विन को बरक़रार रखना है तो टीम मैनेजमेंट को 7 करोड़ रुपये चुकाने होंगे। इसके बजाए वो अश्विन को समान्य नीलामी से भी वापस ख़रीद सकते हैं। इससे कम क़ीमत में टीम के मालिक और अच्छे खिलाड़ी को ख़रीद सकते हैं।
#4 ड्वेन स्मिथ
ड्वेन स्मिथ ने फ़िलहाल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। जब वो चेन्नई टीम में शामिल हुए थे तब वो न्यूज़ीलैंड के ब्रेंडन मैकुलम में साथ मिलकर सबसे विस्फोटक सलामी साझेदारी करते थे। दोनों ही सलामी बल्लेबाज़ अब अंतरराष्ट्रीय पिच पर नहीं दिखते हैं ऐसे में टीम मैनेजमेंट स्मिथ को शायद ही वापस बुलाए। हांलाकि इस साल के सीपीएल टूर्नामेंट में स्मिथ में 2 शतक लगाए हैं, इसके बावजूद फंड के हिसाब से चेन्नई टीम शायद ही उन पर ज़्यादा पैसे ख़र्च करेगी। चेन्नई के पास ड्वेन ब्रावो जैसे हरफ़नमौला क्रिकेटर और ब्रेंडन मैकुलम जैसे शानदार सलामी बल्लेबाज़ों को वापस ख़रीदने का विकल्प मौजूद है। अगर चेन्नई टीम ड्वेन स्मिथ को बरक़रार न भी रखे तो वो उन्हें नीलामी के दौरान सस्ते दाम में वापस ख़रीद सकती है।
#3 रविंद्र जडेजा
उनके हरफ़नमौला हुनर पर किसी को भी शक नहीं हो सकता, वो गेंद और बल्ले दोनों से कमाल दिखाने का दम खम रखते हैं। भले ही वो चेन्नई टीम के अहम खिलाड़ी रहे हैं फिर भी टीम मैनेजमेंट उनको बरक़रार नहीं रखना चाहेगा क्योंकि रविंद्र जडेजा को राइट टू मैच कार्ड के ज़रिए भी दोबारा टीम में लाया जा सकता है। अगर चेन्नई टीम के मालिक उन्हे बरक़रार रखना चाहेंगे तो उनको 7 करोड़ रुपये चुकाने होंगे, महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना को बरक़रार रखने के बाद टीम रविंद्र जडेजा पर इतनी ज़्यादा रक़म नहीं ख़र्च करेगी। तीसरे खिलाड़ी के तौर पर वो हरफ़नमौला विदेशी क्रिकेटर ड्वेन ब्रावो के बारे में सोच सकती है। नियम के मुताबिक एक टीम अपने 3 ही पुराने खिलाड़ी को बरक़रार रख सकती है। चेन्नई टीम अपने इस विकल्प का सबसे बेहतर इस्तेमाल करेगी और ऐसे खिलाड़ी को चुनेगी जो किफ़ायती भी हो और अच्छा प्रदर्शन भी करें। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जडेजा का मौजूदा प्रदर्शन ऐसा है कि वो सीधे नीलामी के लिए ख़ुद को तैयार करें और ज़्यादा क़ीमत में बिक जाए। ऐसे में देखना होगा कि वो किस टीम का हिस्सा बन पाते हैं।
#2 एंड्रयू टाई
जब ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेटर एंड्रयू टाई गुजरात लॉयंस टीम में शामिल हुए थे तब वो अख़बारों की सुर्ख़ियां बन गए थे। बहुत कम लोग ही जानते हैं कि वो 2015 के आईपीएल सीज़न में चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ़ से खेले थे। वो पेस और यॉर्कर दोनों तरह की गेंद फेंक सकते हैं और अपनी गेंदबाज़ी में विविधता लाते हैं। चोट की वजह से वो आईपीएल के 2017 सीज़न में शामिल नहीं हो सके थे। हांलाकि उनके अच्छे खेल और बेहतरीन हुनर के बादवजूद ऐसा नहीं लगता कि वो चेन्नई टीम में बरक़रार रखे जाएं, इसकी 2 वजहें हें। पहली वजह ये है कि अगर वो टीम में बरक़रार रखे जाएंगे तो चेन्नई टीम मैनेजमेंट को 7 करोड़ की बड़ी राशि चुकानी होगी, वो इससे कम क़ीमत पर दोबारा भी नीलामी के दौरान ख़रीदे जा सकते हैं। दूसरी वजह ये है कि टीम मैनेजमेंट के पास राइट टू मैच का भी विकल्प मौजूद है जिसे वो एजे टाई के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर टीम को धोनी और रैना के अलावा किसी को बरक़रार ऱखना है तो वो हरफ़नमौला क्रिकेटर ड्वेन ब्रावो को मौका देगी। कोई भी टीम 2 विदेशी खिलाड़ी को बरक़रार रख सकती है, चेन्नई सुपरकिंग्स के पास अंतरारष्ट्रीय खिलाड़ियों में फ़ैफ़ डू प्लेसी, ब्रेंडन मैकुलम का भी विकल्प मौजूद है। ऐसे में टाई का टीम में बरक़रार रखा जाना नामुमकिन सा है।
#1 इरफ़ान पठान
आईपीएल के सफ़र में इरफ़ान पठान ने कई अलग-अलग टीम के लिए खेला है। चेन्नई टीम के ख़त्म होने के बाद उन्होंने राइज़िंग पुणे सुपरजायंट्स और गुजरात लॉयंस दोनों के लिए अपना योगदान दिया। इसके बावजूद वो दोनों टीमों में अपनी जगह बनाने के लिए जद्दोजहद करते नज़र आए। उनकी बढ़ती उम्र को देखते हुए चेन्नई टीम के पास कई भारतीय अंतरराष्ट्रीय और विदेशी खिलाड़ियों को टीम में शामिल करने का विकल्प मौजूद है। बेहद मुमकिन है कि इरफ़ान पठान चेन्नई सुपरकिंग्स में खेलने से महरूम रह जाएं। हांलाकि इरफ़ान पठान में हरफ़नमौला हुनर मौजूद है फिर भी वो उतने मज़बूत खिलाड़ी नहीं रहे जैसा कि साल 2015 में थे। मतलब साफ़ है कि इरफ़ान उन 3 खिलाड़ियों में से नहीं है जिन्हें चेन्नई टीम बरक़रार रखना चाहेगी। अगर टीम मैनेजमेंट उनको दोबारा ख़रीदना भी चाहे तो वो नीलामी के दौरान कम क़ीमत चुकाकर ख़रीद सकते हैं। लेखक- श्री हरि अनुवादक – शारिक़ुल होदा