किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ बारिश से प्रभावित मैच में कोलकाता नाइटराइडर्स को 9 विकेट से पराजय का सामना करना पड़ा। इसके बाद केकेआर के कप्तान दिनेश कार्तिक ने डकवर्थ लुईस नियम पर गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने आईपीएल में भारतीय प्रणाली वीजेडी मेथड इस्तेमाल करने का सुझाव बीसीसीआई को दिया है। बारिश के बाद किंग्स इलेवन पंजाब को 13 ओवर में 125 रनों का लक्ष्य मिला था जो उन्होंने 11 गेंद शेष रहते हासिल कर लिया। इससे पहले कोलकाता ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट पर 191 रन बनाए थे। जवाब में पंजाब ने 8।2 ओवर में बिना किसी नुकसान के 96 रन बनाए तभी बारिश के कारण खेल रोक दिया गया और जब खेल शुरू हुआ तो पंजाब को बेहद छोटा और आसान लक्ष्य मिला। ज़ी न्यूज की एक खबर के अनुसार कार्तिक ने कहा कि यह सही है कि हम डकवर्थ लुईस नियम को सही तरीके से समझ नहीं पाए हैं लेकिन इसमें कई खामियां है इसलिए बीसीसीआई को भारत का वीजेडी मेथड का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि आईपीएल भारतीय टूर्नामेंट है। कार्तिक ने इसे डकवर्थ लुईस से कई मामलों में बेहतर माना है। गौरतलब है कि केरल के त्रिसूर से आने वाले सिविल इंजीनियर वी जयदेवन ने वीजेडी नाम से बारिश आदि मामलों में स्कोर का आकलन करने के लिए एक सिद्धांत का प्रतिपादन किया था जिसे वीजेडी मेथड के नाम से जाना जाता है। भारत के अन्य टूर्नामेंटों में इसका उपयोग भी किया जाता है लेकिन आईपीएल और अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में अभी तक डकवर्थ लुईस नियम ही प्रचलन में है। आईसीसी से फिलहाल डकवर्थ लुईस नियम को ही मान्यता प्राप्त है लेकिन जानकारों के अनुसार भारतीय मेथड उससे कहीं ज्यादा बेहतर है। कार्तिक का गुस्सा भी जायज माना जा सकता है क्योंकि इससे बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीमों को बहुत बड़ा फायदा होता है तथा किंग्स इलेवन के खिलाफ केकेआर के मैच में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला था।