हाल ही में किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान चुने गए रविचंद्रन अश्विन ने महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली के कप्तानी में गुणों में तारीफ करते हुए कहा कि मैं भी इनके साथ रहकर सीखना चाहता हूं। 8 साल के करियर में अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दोनों की कप्तानी में खेला है लेकिन पहली बार उनके खिलाफ एक कप्तान के रूप में मैदान पर उतरेंगे। इस ऑफ़ स्पिनर ने कहा कि वर्तमान और पूर्व कप्तानों की किताब में से कुछ भी अच्छी चीज निकालना एक अहम बात है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि वे मैदान पर एकदम वास्तविक होकर अपने कंफर्ट जोन में रहना चाहेंगे। भारत के इस ऑलराउंडर ने कहा कि प्रत्येक खिलाड़ी से श्रेष्ठ गुण और मजबूत पक्ष होते हैं, उनको लेकर आत्मसात करना जरुरी होता है। मेरे लिए वास्तविक रहकर किसी और की तरफ देखकर कम्फर्ट जोन से बाहर जाना सही नहीं होगा। मैं धोनी और कोहली से यह चीजें लेकर जहां तक संभव हो असली रहना चाहूंगा। इसे भी पढ़ें: T20 Tri Series: इंग्लैंड की महिला टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हराया विश्वकप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रह चुके इस खिलाड़ी के लिए किंग्स इलेवन पंजाब की कप्तानी करना काफी चुनौती भरा कार्य हो सकता है। अश्विन आईपीएल में धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपरकिंग्स का प्रतिनिधित्व करते थे। इस बार उन्हें एक पूर्णतया अलग टीम में शामिल किया गया है। किंग्स इलेवन पंजाब के लिए कई खिलाड़ियों ने कप्तानी की है लेकिन सफलता कहीं से नहीं मिली। इस बार क्रिस गेल और युवराज सिंह जैसे नामी खिलाड़ी अश्विन की कप्तानी में खेलेंगे। बड़े-बड़े खिलाड़ियों के साथ रहकर कप्तानी करना उनके लिए इतना आसान काम नहीं कहा जा सकता। हालांकि गत वर्षों की तुलना में इस बार टीम काफी अच्छी और मजबूत है। टीम के मेंटर वीरेंदर सहवाग सबको आक्रामक क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित करते हैं इसलिए वहां से उनको काफी मदद मिलने की उम्मीद है। पंजाब का पहला मुकाबला मोहाली में 8 अप्रैल को दिल्ली से होगा।