#2. दीपक हुडा:
सनराइज़र्स हैदराबाद के लिए सबसे बड़ी समस्या उसके निचले मध्यक्रम के बल्लेबाज रहे। टीम के बल्लेबाजों ने स्लॉग ओवरों में खराब प्रदर्शन किया, जिसकी वजह से वो जीत से दूर होते गए। दीपक हुडा इस साल उन खिलाड़ियों में से हैं जिनका यह सीजन खराब गुजरा है। दीपक हुडा की छवि एक हार्ड हिटर बल्लेबाज के रूप में है जो कम गेंदों में अधिक रन बनाने की क्षमता रखते हैं, इसीलिए टीम उन्हें निचले मध्यक्रम में जगह देती है।
हुडा ने इस सीजन 11 मैचों में हिस्सा लिया है, जिसमें उन्होंने 10 की औसत और 101 की स्ट्राइक रेट से मात्र 65 रन बनाए। दीपक हुडा के इस स्ट्राइक रेट को खराब इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि उन्हें स्लॉग ओवरों में बल्लेबाजी करने का मौका मिलता था। आईपीएल के स्तर से यह स्ट्राइक रेट बेहद खराब है। इस प्रदर्शन को देखते हुए ऐसा लगता है कि सनराइज़र्स हैदराबाद टीम उन्हें अगले सीजन रिलीज कर सकती है।