इंडियन प्रीमियर लीग 2019 का पहला क्वालीफायर मुकाबला चेन्नई सुपरकिंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच एमए चिदम्बरम स्टेडियम में खेला गया। इस मैच में मेहमान टीम मुंबई इंडियंस ने मेजबान चेन्नई सुपरकिंग्स को 6 विकेट से मात दी। इसी के साथ मुंबई इंडियंस पहली वह टीम बन गई है जिसने चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ 4 लगातार मैचों में जीत हासिल किया हो।
मुम्बई इंडियंस ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का निर्णय लिया और चेन्नई सुपरकिंग्स को पहले बल्लेबाजी करने के लिए आमंत्रित किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए चेन्नई सुपर किंग्स ने निर्धारित 20 ओवरों में 4 विकेट खोकर 131 रन बनाए। जवाब में उतरी मुंबई इंडियंस की टीम ने 18.3 ओवरों में 4 विकेट खोकर लक्ष्य को हासिल कर लिया। इस जीत के साथ मुंबई इंडियंस टीम ने आईपीएल इतिहास में 5वीं बार फाइनल में प्रवेश कर लिया है। मुंबई इंडियंस 3 बार (2013, 2015, 2017) आईपीएल का खिताब जीत चुकी है। अब ये देखना बड़ा ही दिलचस्प होगा कि क्या यह सिलसिला चलता रहता है और मुंबई 2019 में आईपीएल का खिताब जीत सकती है या नहीं।
यूं तो मुंबई के खिलाफ चेन्नई सुपर किंग्स टीम के हारने के कई कारण थे लेकिन आज हम मुख्य 3 कारणों पर प्रकाश डालेंगे।
#3. अंबाती रायडू की धीमी पारी:
इस मैच में अंबाती रायडू ने काफी धीमी पारी खेली जबकि वे अंत तक क्रीज पर मौजूद थे। वे 37 गेंदों पर 113.51 के स्ट्राइक रेट से मात्र 42 रन ही बना सके।
जिस वक्त अंबाती रायडू क्रीज पर मौजूद थे उस समय चेन्नई सुपरकिंग्स टीम को तेज रनों की आवश्यकता थी लेकिन अंबाती रायडू एक बार फिर ऐसा करने में नाकाम रहे। अंबाती रायडू ने पिछले सीजन शानदार प्रदर्शन किया था लेकिन इस सीजन उनका बल्ला शांत रहा है। और जिस मैच में उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी की है उस मैच में उनका स्ट्राइक रेट बेहद धीमा रहा है। अम्बाती रायडू की धीमी पारी से चेन्नई सुपरकिंग्स का कुल स्कोर 150 के पार नहीं जा सका, अन्यथा चेन्नई सुपर किंग्स यह मैच जीत सकती थी।
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