चेन्नई सुपर किंग्स को बुधवार को खेले गए मुकाबले में मुंबई इंडियंस के हाथों 37 रन से हार का सामना करना पड़ा। मुंबई इंडियंस ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में पांच विकेट के नुकसान पर 170 रन बनाये, जिसके जवाब में चेन्नई सुपरकिंग्स 133/8 का स्कोर ही बना सकी। चेन्नई सुपर किंग्स की इस सीजन में ये पहली हार है।
आइए जानते हैं किन वजहों से चेन्नई की टीम को हार का सामना करना पड़ा
3.अहम मौके पर कप्तान धोनी का आउट होना
आखिरी 6 ओवर में चेन्नई सुपर किंग्स को जीत के लिए 84 रनों की जरूरत थी और 7 विकेट शेष बचे थे। क्रीज पर टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और केदार जाधव थे। सबको पता था कि अगर यहां से कोई मैच जिता सकता है तो वो महेंद्र सिंह धोनी ही हैं। पारी का 15वां ओवर लेकर आए हार्दिक पांड्या लेकिन पहली ही गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में एम एस धोनी आउट हो गए। उन्होंने 21 गेंद पर सिर्फ 12 रन बनाए। उनके आउट होने के बाद चेन्नई की जीत की उम्मीद पूरी तरह से खत्म हो गई। धोनी का आउट होना इस मैच में काफी निर्णायक मोड़ रहा।
2.आखिरी 2 ओवर में खराब गेंदबाजी
पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई इंडियंस का स्कोर एक समय 18 ओवर में 125/5 था। चेन्नई की टीम ने पूरी तरह से अपना शिकंजा कसा हुआ था। हालांकि आखिरी 2 ओवर में हार्दिक पांड्या और किरोन पोलॉर्ड ने विस्फोटक बल्लेबाजी की और 45 रन बना डाले। इनमें से 29 रन सिर्फ ड्वेन ब्रावो के ओवर में बने। ब्रावो ने आखिरी ओवर में काफी खराब गेंदबाजी की और नो बॉल भी दिया। इसकी वजह से मुंबई की टीम 170 के लक्ष्य तक पहुंचने में कामयाब रही। अगर यही स्कोर 150 तक होता तो नतीजा कुछ और हो सकता था।
1.टीम की खराब शुरूआत
बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई सुपर किंग्स की शुरूआत काफी खराब रही। सलामी बल्लेबाज अंबाती रायडू पारी की चौथी ही गेंद पर बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। इसके कुछ ही देर बाद 6 रन के स्कोर पर शेन वॉटसन भी आउट हो गए। दिग्गज बल्लेबाज सुरेश रैना ने कुछ बेहतरीन शॉट जरूर लगाए लेकिन किरोन पोलॉर्ड ने एक जबरदस्त कैच पकड़कर उनको भी पवेलियन भेज दिया। सिर्फ 33 रन पर टीम को 3 बड़े झटके लग गए। जिसके बाद पारी को संभालने के लिए धोनी और जाधव को धीमी बल्लेबाजी करनी पड़ी और जरूरी रन रेट का दबाव बढ़ता चला गया।