इंडियन प्रीमियर लीग का 41वां मैच चेन्नई सुपरकिंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच एम० चिदंबरम स्टेडियम में खेला गया। जिसमें मेजबान टीम चेन्नई सुपरकिंग्स ने मेहमान टीम सनराइजर्स हैदराबाद को 7 विकेट से मात दी। इस मैच में शेन वॉटसन मात्र 4 रनों से शतक से चूंक गए।
मैंच की बात करें तो चेन्नई सुपरकिंग्स ने टॉस जीतकर सनराइजर्स हैदराबाद को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए सनराइजर्स हैदराबाद ने 3 विकेट खोकर 175 रन बनाए। जवाब में चेन्नई सुपरकिंग्स ने 19.5 ओवरों में 4 विकेट खोकर लक्ष्य को प्राप्त कर लिया।
इस मैच में सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से जॉनी बेयरस्टो शून्य पर ऑउट हो गए वे इस सीजन अपना अंतिम आईपीएल मैच खेल रहे थे। डेविड वॉर्नर ने अपने आईपीएल करियर का 43वां अर्धशतक लगाया। डेविड वॉर्नर इस सीजन अब तक 10 मैचों में 1 शतक और 7 अर्धशतकों की मदद से 574 रन बना चुके हैं। मनीष पांडे तीसरे स्थान पर बल्लेबाजी करने आए और 49 गेंदों पर नाबाद 83 रनों की शानदार पारी खेली। जबकि विजय शंकर 20 गेंदों पर 26 रन बनाकर ऑउट हुए थे।
यूं तो सनराइजर्स हैदराबाद की हार के कई कारण थे लेकिन आज हम उनके 3 मुख्य कारणों पर प्रकाश डालेंगे।
#3. शेन वॉटसन की शानदार पारी:
शेन वॉटसन ने इस मैच में 53 गेंदों पर शानदार 96 रनों की पारी खेली जबकि उन्होंने अपनी पारी के शुरुआती 6 गेंदों पर कोई रन नहीं बनाए थे। तीसरे ओवर में फाफ डू प्लेसी के रन ऑउट होने के बाद शेन वॉटसन के कंधों पर पारी को संभालने की जिम्मेदारी थी जिसको उन्होंने बखूबी निभाया। उन्होंने और सुरेश रैना ने मिलकर 77 रनों की साझेदारी की। जिसकी बदौलत टीम की स्थिति सुदृढ़ हुई। सुरेश रैना 10वें ओवर की अंतिम गेंद पर बड़ा शॉट लगाने के चक्कर मे आगे बढ़े और स्टंपिंग हुए। इसके बाद शेन वॉटसन ने अंबाती रायडू के साथ मिलकर 80 रनों की साझेदारी की।
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#2. हैदराबाद के बल्लेबाजों द्वारा आखिरी 5 ओवरों में कम रन बनाना:
सनराइजर्स हैदराबाद के बल्लेबाजों ने शुरुआती 15 ओवरों में 2 विकेट खोकर 134 रन बना चुकी थी। क्रीज पर सेट बल्लेबाज मनीष पांडे मौजूद थे जबकि विजय शंकर भी 6 गेंदों पर 10 रन बना चुके थे। ऐसा लग रहा था कि टीम का स्कोर 185 के पार पहुंच जाएगा क्योंकि मनीष पांडे तेज पारी खेल रहे थे वे 25 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा कर चुके थे। लेकिन मनीष पांडे और विजय शंकर अंतिम 5 ओवरों का सही उपयोग नहीं कर पाए। विजय शंकर 20 गेंदों पर 26 रन बनाकर 19वें ओवर की अंतिम गेंद पर रविंद्र जडेजा के हाथों कैच आउट होकर पवेलियन लौट गए। जबकि अंतिम ओवर में ड्वेन ब्रावो ने मात्र 8 रन देकर ओवर समाप्त कर दिया। सनराइजर्स हैदराबाद के बल्लेबाज विकेट हाँथ में होने के बावजूद आखिरी 5 ओवरों में मात्र 41 रन बना सके जो उनके हार का कारण बना। अगर हैदराबाद के बल्लेबाज 10 रन और बना लेते तो वे इसे डिफेंड कर लेते।
#3. संदीप शर्मा और राशिद खान की खराब गेंदबाजी:
संदीप शर्मा ने इस मैच में अपनी गेंदबाजी से ही सबको निराश किया। उन्होंने 3.5 ओवर फेंकते हुए 54 रन दिए और 1 विकेट चटकाए। इस सीजन यह उनका सबसे खराब प्रदर्शन था। उनके पहले ही ओवर में सुरेश रैना ने उन्हें 4 चौके और 1 छक्का (कुल 22 रन) जड़ डाले। जबकि अगला ओवर उन्होंने अच्छा फेंका। इस ओवर में उन्होंने मात्र 4 रन दिए। लेकिन अपने तीसरे ओवर में वे फिर शेन वॉटसन के निशाने पर आ गए और वॉटसन ने उस ओवर में 19 रन जड़ डाले। टीम की ओर से 20वां ओवर फेंकने संदीप शर्मा ही आए। अंतिम ओवर में जीत के लिए 9 रन चाहिए थे जिसे वे न बचा सके।
इसके अलावा राशिद खान ने भी खराब गेंदबाजी की। उन्होंने 4 ओवर में 44 रन देते हुए 1 विकेट चटकाया। उन्होंने शेन वॉटसन को घूरना शुरू किया जिससे वॉटसन ने उन्हें निशाने पर ले लिया। वॉटसन ने उनकी 12 गेंदे खेली जिस पर उन्होंने 30 रन बनाए।