आईपीएल 2019 में खेलने वाली कुल 8 में से 6 टीमों का सफर अब खत्म हो चुका है। जैसे कि उम्मीद थी चेन्नई सुपर किंग्स ने एक बार फिर से फाइनल में जगह बना ली है। अब रविवार को उनका मुकाबला मुंबई इंडियंस के साथ होगा जो खिताब जीतने के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं।
बहरहाल, बाकी 6 टीमें, खासकर वो जो प्लेऑफ में भी जगह नहीं बना पाई, के थिंक टैंक यह सोच रहे होंगे कि वे क्या अलग कर सकते थे जिससे वे इस सीज़न में बेहतर कर पाते!
यह सीज़न सुपरकिंग्स के शेन वॉटसन, राजस्थान रॉयल्स के एश्टन टर्नर, राजस्थान के बेन स्टोक्स, दिल्ली के कॉलिन इनग्राम और पंजाब के डेविड मिलर जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के लिए बेहद खराब रहा है।
कई ऐसे अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी भी रहे जिन्होंने अपनी टीमों के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया है लेकिन इस साल हुई आईपीएल नीलामी में उन्हें किसी भी फ्रेंचाइज़ी ने खरीदने में दिलचस्पी नहीं दिखाई।
तो यहां हम उन तीन खिलाड़ियों पर एक नज़र डालेंगे जो नीलामी में तो अनसोल्ड रहे थे लेकिन अगर वे टीमों में चुने गए होते तो शायद आईपीएल पॉइंट टेबल की सूरत कुछ और ही होती:
#3. उसमान ख्वाजा
आईपीएल नीलामी 2019 में, किसी भी टीम ने इस ऑस्ट्रेलियाई ओपनर को चुनने में दिलचस्पी नहीं दिखाई, उस्मान ख्वाजा के नाम अतीत में कई अद्भुत रिकॉर्ड दर्ज हैं। 32 साल की उम्र में, वह अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं।
ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे में खेली गई एकदिवसीय श्रृंखला में उन्होंने अपनी पाँच पारियों में क्रमशः 50, 38, 104, 91 और 100 के स्कोर बनाये थे। इस श्रृंखला में ख्वाजा 5वें एकदिवसीय मैच में 'मैन ऑफ द मैच' का खिताब जीतने के अलावा मैंन ऑफ द सीरीज भी रहे थे।
इसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया की अगली श्रृंखला में भी, उनका शानदार फॉर्म जारी रहा और इसमें उन्होंने तीन अर्धशतक लगाए थे। ऐसे में अगर वह आईपीएल में किसी टीम का हिस्सा होते तो सम्भवतः उसकी तकदीर बदल सकते थे।
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#2. एडम ज़म्पा
इस सूची में दूसरे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी, एडम ज़म्पा हैं। इस लेग स्पिनर का रन-अप और बॉलिंग एक्शन शेन वॉर्न से काफी मेल खाता। बहुत कम समय में ही ज़म्पा ने अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में ख्याति अर्जित कर ली है।
वह राजस्थान रॉयल्स जैसी टीम के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी हो सकते थे, जिन्हें एश्टन टर्नर को चौथे विदेशी खिलाड़ी के तौर पर टीम में शामिल करना भारी पड़ गया।
2019 में ज़म्पा ऑस्ट्रेलियाई टीम के नियमित खिलाड़ी बन गए हैं और इस साल वह अपना पहला वर्ल्ड कप भी खेलने जा रहे हैं। सबसे खास बात यह रही कि क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में उनका अब तक का प्रदर्शन ज़बरदस्त रहा है।
ज़म्पा ने अभी तक खेले 22 टी-20 मैचों में 6.07 की इकोनॉमी रेट के साथ कुल 23 विकेट लिए हैं। उन्हें इस साल हुई आईपीएल नीलामी में केकेआर या किसी और टीम ने खरीदने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। केकेआर के प्लेऑफ में जगह ना बना पाने का एक कारण उनकी कमज़ोर गेंदबाज़ी भी रही।तो ऐसे में, इस युवा ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर को उन्होंने टीम में शामिल किया होता तो शायद वे नॉक-आउट दौर में होते।
#1. शॉन मार्श
ऑस्ट्रेलिया के मध्य-क्रम के विस्फोटक बल्लेबाज इस साल की आईपीएल नीलामी में दुर्भाग्यवश अनसोल्ड रहे।इस साल वह बेहतरीन फॉर्म में रहे हैं। हालांकि, इस साल की उनकी पहली बेहतरीन पारी मार्श ने आईपीएल नीलामी के समाप्त होने के एक महीने बाद ही खेली।
तो नीलामी के समय, यह कोई आश्चर्य की बात नहीं थी कि किंग्स इलेवन पंजाब के यह पूर्व बल्लेबाज अनसोल्ड रहे लेकिन इसके लगभग एक महीने बाद एडिलेड ओवल में एक शतक लगाकर उन्होंने अपनी क्षमता का लोहा मनवाया।
पिछले सालों की अपेक्षा इस साल शॉन मार्श ऑस्ट्रेलियाई टीम में कमोबेश रूप से खेलते रहे हैं और उन्हें वर्ल्ड कप के लिए चुनी गई ऑस्ट्रेलिया की 15 सदस्यीय टीम में भी चुना गया है।
तो ऐसे में किंग्स इलेवन की टीम जिसके इस सीज़न में खराब प्रदर्शन का सबसे बड़ा कारण उनका कमज़ोर मध्य-क्रम रहा है, अगर उन्होंने मार्श को दोबारा टीम में शामिल किया होता तो मुमकिन था कि वे बड़ी टीमों को टक्कर दे पाते और सम्भवतः खिताब जीतने की दौड़ में भी होते।
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