आईपीएल 2019 में प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होते ही रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए एक और बुरे सीज़न का अंत हो गया। उन्होंने अपने पहले 6 मैच गंवाकर एक नया रिकॉर्ड भी बना दिया। आरसीबी की कमजोरियां पहले ही मैच में उजागर हो गई थीं जब वे सीएसके के खिलाफ महज़ 70 रनों पर ही ढेर हो गए थे। ग्रुप स्टेज के मध्य में ही यह बात काफी स्पष्ट हो गई थी कि वह अंतिम 4 में जगह नहीं बना पाएंगे।
हालांकि, उन्होंने अगले 5 मैचों में 4 जीत के साथ कुछ आस जगाई थी लेकिन दिल्ली कैपिटल्स ने उनके अभियान पर रोक लगा दी। वे खेल के कुछ क्षेत्रों में विशेष रूप से कमजोर नज़र आये और उन्हें नीलामी में किए गए कुछ फैसलों पर भी पछतावा हो रहा होगा।
यहां हम उन ऐसे तीन अनसोल्ड खिलाड़ियों पर एक नज़र डालेंगे जो आरसीबी को प्लेऑफ़ के लिए क्वालीफाई करने में मदद कर सकते थे:
#3. मनोज तिवारी
मनोज तिवारी आईपीएल के दिग्गज खिलाड़ी हैं और लीग की शुरुआत से ही इसका हिस्सा रहे हैं। उनके पास अपार अनुभव है और सभी फ्रेंचाइजी ऐसे खिलाड़ी को अपनी टीम में चाहती हैं। हालांकि, इस बार की आईपीएल नीलामी में मध्य क्रम के इस बल्लेबाज को उनके बेस प्राइस 50 लाख रुपये पर भी कोई खरीदार नहीं मिला।
आरसीबी ने शिवम दूबे को 5 करोड़ रुपये की भारी कीमत पर खरीदा, लेकिन वो कुछ खास नहीं कर पाए। यहां तक कि अक्षदीप नाथ ने भी मध्य-क्रम में निराश किया, तो इस तरह से टीम के पास मध्य क्रम में एक अदद भारतीय बल्लेबाज की कमी थी।
तिवारी ने आईपीएल सीज़न 2017 में आरपीएस के लिए उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था और अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। हालांकि अगले सीज़न में किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से खेलते हुए वह अपने प्रदर्शन को दोहरा नहीं पाए जिसके बाद उन्हें टीम से रिलीज़ कर दिया गया।
आरसीबी के पास उन्हें अपनी टीम में शामिल करने का मौका था लेकिन उन्होंने तिवारी को अनदेखा कर दिया। मुमकिन है कि अगर वह टीम में होते तो शायद परिणाम कोहली ब्रिगेड के पक्ष में होता।
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#2. अनिकेत चौधरी
अनिकेत चौधरी वर्तमान मे भारत के सर्वश्रेष्ठ बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों में से एक हैं। वह लगातार 135 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की स्पीड से गेंदबाज़ी कर सकते हैं। अपनी ऊंचाई के कारण, वह सटीक बाउंसर करने और गेंद को दोनों तरफ स्विंग कराने में भी निपुण है।
उन्होंने राजस्थान के लिए एक शानदार घरेलू सत्र खेला है और रणजी ट्रॉफी और सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन किया है। हाल ही में संपन्न मुश्ताक अली टूर्नामेंट में, उन्होंने 5 मैचों में 15.4 की स्ट्राइक रेट से 7 विकेट चटकाए।
अपने टी 20 करियर में खेले 44 मैचों में उन्होंने 17.7 की स्ट्राइक रेट से 54 विकेट लिए हैं और उनकी इकॉनमी रेट 7.39 की रही है। आरसीबी के भारतीय तेज गेंदबाज इस सीज़न में अपने रंग में नज़र नहीं आये और नवदीप सैनी को छोड़कर कोई भी गेंदबाज़ प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं कर सका।
तो ऐसे में आरसीबी के पास अगर अनिकेत चौधरी जैसा गेंदबाज़ होता तो शायद वे प्लेऑफ में जगह बना लेते।
#1. जेम्स फॉकनर
जेम्स फॉकनर कुछ साल पहले दुनिया के सर्वश्रेष्ठ टी-20 ऑलराउंडरों में से एक थे, लेकिन पिछले कुछ समय से उनके प्रदर्शन में लगातार गिरावट चली आ रही है। हालांकि, वह हाल ही में खेले गए बिग बैश लीग के संस्करण में अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में वापस आ गए हैं।
बीबीएल में उन्होंने 13 मैचों में 15.6 की स्ट्राइक रेट से शानदार 18 विकेट चटकाए थे। पावरप्ले के पहले 6 ओवरों में उन्होंने विकेट निकाले और डेथ ओवरों में बल्लेबाजों पर अंकुश लगाया। उन्हें विविधतापूर्ण गेंदबाज़ी में निपुणता हासिल है।
अपने अंतरराष्ट्रीय टी-20 करियर में उन्होंने 24 मैचों में 7.97 की औसत से 36 विकेट चटकाए हैं जिसमें 5/27 उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी आँकड़ा रहा है। इसके अलावा वह निचले मध्य-क्रम में बल्ले से भी अहम योगदान दे सकते हैं। इस आईपीएल सीज़न में हमने देखा कि डेथ ओवरों में आरसीबी की गेंदबाजी बेहद खराब रही और अंतिम ओवरों के दौरान नवदीप सैनी का साथ देने के लिए कोई भी गेंदबाज़ नहीं था।
तो ऐसे में फॉल्कनर आरसीबी के लिए उपयुक्त विकल्प हो सकते थे। लेकिन आईपीएल नीलामी में बैंगलोर फ्रेंचाइजी ने उनमें कोई रूचि नहीं दिखाई।
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