#1 हरभजन से गेंदबाज़ी की शुरुआत कराना
आरसीबी के खिलाफ हरभजन सिंह ने कप्तान विराट कोहली, एबी डीविलियर्स और मोइन अली जैसे तीन बल्लेबाजों के बेहद अहम विकेट लिए थे। चेन्नई सुपरकिंग्स ने तीन विशेषज्ञ स्पिनरों को एकसाथ उतारने का फैसला किया।
चूंकि, चेपक स्टेडियम की पिच स्पिन गेंदबाजी के लिए एकदम उपयुक्त थी इसलिए कप्तान धोनी का यह फैसला सबसे बड़ा मास्टर-स्ट्रोक था। चेन्नई के पास रवींद्र जडेजा, हरभजन सिंह, और इमरान ताहिर के रूप में तीन बेहतरीन स्पिनर थे।
एमएस धोनी ने पावर-प्ले में ही हरभजन को गेंद थमाकर अपनी सूझ-बूझ और नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया क्यूंकि आमतौर पर स्पिनरों से पॉवर-प्ले के बाद ही गेंदबाज़ी कराई जाती है। लेकिन टर्बनेटर ने कप्तान द्वारा दिखाए भरोसे को टूटने नहीं दिया और पावर-प्ले में ही विराट कोहली का महत्ववपूर्ण विकेट लिया।
अगर कोई और कप्तान होता, तो वह शायद इमरान ताहिर को गेंद सौंपता क्योंकि हरभजन ने काफी समय से कोई मैच नहीं खेल था। इसके बावजूद, धोनी ने भज्जी पर भरोसा दिखाया जो मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुया औरचेन्नई सुपर किंग्स ने अपने विजयी अभियान की शानदार शुरुआत की।
लेखक: ब्रोकन क्रिकेट अनुवादक: आशीष कुमार