आईपीएल 2019 का आधा सफर पूरा हो चुका है और अब आखिरी की 6 टीमें प्ले-ऑफ में जगह बनाने की होड़ में हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इन छह में से कौन सी चार टीमें प्ले-ऑफ में जगह बनाएंगी और कौन सी टीमें नहीं।
अंक तालिका में लगातार हर गुजरते मैच के साथ बदलाव देखने को मिल रहा है और इसके साथ ही टीमें परिस्थितियों के हिसाब से अपनी प्लेइंग इलेवन में लगातार बदलाव भी कर रही हैं। टीम प्रबंधन द्वारा किये जा रहे कुछ बदलाव तो टीम के लिए फायदेमंद साबित हुए हिये हैं जबकि कुछ गलत फैसले भी हुए हैं।
मसलन सभी 8 टीमों की स्क्वाड के पास शर्तों और विपक्ष के आधार पर उनके प्लेइंग इलेवन में बदलाव किए जा रहे हैं। प्रत्येक टीम के पास एक ऐसा खिलाड़ी हैं जो उनके लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है लेकिन उन्हें अभी तक तरजीह नहीं दी गई है।
तो आगामी मैचों में कोचिंग स्टाफ और टीमों के कप्तानों को अभी तक प्लेइंग इलेवन से बाहर रहे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को टीम में लाना चाहिए। आइये जानते हैं प्रत्येक टीम के इन आठ खिलाड़ियों के बारे में:
#8. रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर -वॉशिंगटन सुंदर
आल राउंडर वॉशिंगटन सुंदर को आश्चर्यजनक रूप से आरसीबी द्वारा अभी तक प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं बनाया गया है। 8 मैचों में सिर्फ 1 जीत दर्ज करके यह टीम आईपीएल रैंकिंग में आठवें पायदान पर है।
उनके बुरे प्रदर्शन का सबसे बड़ा कारण लचर गेंदबाज़ी है। आरसीबी के गेंदबाज़ों ने पावर प्ले और डेथ ओवरों में लगातार रन लीक किए हैं। युजवेंद्र चहल को छोड़कर कोई भी गेंदबाज़ प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं कर पाया है।
वाशिंगटन सुंदर जिन्होंने आईपीएल सीज़न 2017 में अपनी टीम पुणे सुपरजाइंट्स को फाइनल तक पहुंचाने में बेहद अहम भूमिका निभाई थी, इस सीज़न में रॉयल चैलेंजर्स का हिस्सा हैं। लेकिन दुर्भाग्यवश, उन्हें अभी तक एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला है। अगर वह टीम में होते तो शायद आरसीबी इस समय अंक तालिका में बेहतर स्थिति में होती।
#7.राजस्थान रॉयल्स -एश्टन टर्नर
राजस्थान रॉयल्स एक और टीम है जिसके लिए अभी तक यह सीज़न अच्छा नहीं रहा है। वे 8 मैचों में सिर्फ 2 जीत के साथ अंक-तालिका में सातवें नंबर पर हैं।
यह टीम कागजों पर बहुत मजबूत नज़र आती है लेकिन रॉयल्स की बल्लेबाजी ही इनकी सबसे कमज़ोर कड़ी साबित हुई है।
एक साल में प्रतिबंध के बाद वापसी कर रहे स्टीव स्मिथ अभी तक अपने रंग में नज़र नहीं आये हैं। टीम में एक अच्छे फिनिशर की ज़रूरत है। लेकिन इस सीज़न के पहले 7 मैचों में रॉयल्स ने ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक बल्लेबाज एश्टन टर्नर को टीम से बाहर रखा।
टर्नर ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे पर जबरदस्त प्रदर्शन किया था और कुछ मैचों में अकेले दम पर टीम को जीत दिलाई थी लेकिन राजस्थान रॉयल्स द्वारा उन्हें यूँ अनदेखा करना भारी पड़ गया और अब प्लेऑफ की दौड़ में बने रहने के लिए उन्हें अगले सभी 6 मैच अच्छी नेट रन रेट के साथ जीतने होंगे।
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#6. सनराइजर्स हैदराबाद - बिली स्टैनलेक
सनराइजर्स हैदराबाद इस समय 8 मैचों में 4 जीत के साथ अंक तालिका में पांचवें नंबर पर है। उनके लचर प्रदर्शन का मुख्य कारण खराब गेंदबाज़ी रही है। उनके तेज गेंदबाजों ने अब तक अपेक्षित प्रदर्शन नहीं किया जबकि स्टार स्पिनर राशिद खान भी प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे हैं।
तो ऐसे में हैदराबाद को अपनी गेंदबाज़ी को धारदार बनाने के लिए ऑस्ट्रेलियाई पेसर बिली स्टैनलेक को प्लेइंग इलेवन में शामिल करना चाहिए। स्टैनलेक अपनी गति और बाउंसर्स के लिए जाने जाते रहे हैं और उनके टीम में आने से सनराइजर्स की किस्मत बदल सकती है।
#5. किंग्स इलेवन पंजाब - प्रभसिमरन सिंह
युवा बल्लेबाज प्रभसिमरन सिंह ने उस समय सुर्खियां बटोरीं, जब उन्हें इस साल की नीलामी में 4.8 करोड़ रुपये में किंग्स इलेवन पंजाब ने खरीदा था। लेकिन दुर्भाग्यवश वह अभी तक किंग्स इलेवन की तरफ से एक भी मैच नहीं खेल पाए हैं।
इस समय भले ही पंजाब टीम 9 में से 5 मैच जीतकर अंक तालिका में चौथे स्थान पर है लेकिन उनका मध्य-क्रम काफी कमजोर नज़र आ रहा है जिसकी वजह से उन्होंने 4 मैच गंवाये हैं।
ऐसे में युवा बल्लेबाज़ प्रभसिमरन उनके मध्य-क्रम को मजबूती प्रदान कर सकते हैं। अंडर-19 और घरेलू क्रिकेट में उन्होंने ज़बरदस्त प्रदर्शन किया है। पंजाब के इस युवा बल्लेबाज़ को भविष्य का सुपरस्टार माना जा रहा है।
#4 . दिल्ली कैपिटल्स- शेरफेन रदरफोर्ड
इस सीज़न में दिल्ली कैपिटल्स की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी लेकिन उसके बाद उन्होंने अपने प्रर्दशन में सुधार किया और अब 8 मैचों में 5 जीत के साथ अंक तालिका में दूसरे नंबर पर हैं। लेकिन फिर भी मध्य-क्रम का खराब प्रदर्शन उनकी चिंता का कारण बना हुआ है।
किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ खेले गए मुकाबले में हमने देखा था कैसे उनका मध्य-क्रम ताश के पत्तों की तरह बिखर गया था। इसलिए अपने मध्य क्रम को मजबूत बनाने के लिए उन्हें किसी भरोसेमंद बल्लेबाज़ की ज़रूरत है।
तो ऐसे में कैपिटल्स कैरेबियाई बल्लेबाज़ शेरफेन रदरफोर्ड को प्लेइंग इलेवन में जगह दे सकती है जिनका अब तक टी-20 का रिकार्ड बेहद प्रभावशाली रहा है। वह डेथ ओवरों में बड़े शॉट्स खेलने और तेज़ी से रन बनाने में सक्षम हैं।
#3 . मुंबई इंडियंस - मिशेल मैकक्लेनेघन
इस सीजन में 4 मैचों में मिशेल मैकक्लेनेघन को बाहर बैठाने के बाद अब मुंबई इंडियंस को उन्हें वापस टीम में लाने की जरूरत है। अभी तक अल्जारी जोसेफ के बेहतर प्रदर्शन की वजह से उन्हें बाहर बैठना पड़ रहा था।
लेकिन अब जोसेफ ने अपना 'मिस्ट्री टच' खो दिया है और इसके अलावा कंधे की चोट की वजह से शायद वह बाकी बचे मैचों में भी खेल ना पाएं।
तो ऐसे में आगे होने वाले अहम मैचों के लिए मिशेल मैकक्लेनेघन को टीम में शामिल करना एक सही फैसला होगा। आगामी मैचों में मुंबई इंडियंस को उनके अनुभव और गति की जरूरत है।
#2. कोलकाता नाइटराइडर्स - संदीप वारियर
कोलकाता नाइट राइडर्स के तेज गेंदबाजों का इस आईपीएल सीज़न में प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। इस सीज़न में न तो लॉकी फर्ग्यूसन और न ही प्रिसिध कृष्णा ने कोई ज़्यादा प्रभावित किया है। तो इसलिए तेज़ गेंदबाज़ संदीप वारियर को कमलेश नागरकोटी की जगह प्लेइंग इलेवन में शामिल करना चाहिए।
वारियर एक बहुत ही अनुभवी टी-20 गेंदबाज हैं और आईपीएल में पहले भी खेल चुके हैं। घरेलू सर्किट में उन्होंने असाधारण प्रदर्शन किया है, इसलिए केकेआर को कृष्णा की खराब फॉर्म के कारण उन्हें टीम में लाने पर विचार करना चाहिए।
#1. चेन्नई सुपर किंग्स - सैम बिलिंग्स
चेन्नई सुपर किंग्स के सलामी बल्लेबाजों ने इस सीज़न में अपेक्षा अनुरूप प्रदर्शन नहीं किया है। उनकी धीमी शुरुआत की वजह से मध्य क्रम पर लगातार दबाव बढ़ रहा है। अंबाती रायडू को पहले से ही शीर्ष क्रम से मध्य-क्रम में धकेल दिया गया है।
तो इस तरह से सुपर किंग्स को अपने मध्य क्रम को मजबूत करने के लिए सैम बिलिंग्स को टीम में लाने पर विचार करना चाहिए और रायुडू को दोबारा शीर्ष क्रम पर बल्लेबाज़ी के लिए भेजा जा सकता है। बिलिंग्स टी-20 के विशेषज्ञ खिलाड़ी है और उनके टीम में आने से मध्य-क्रम में एमएस धोनी और केदार जाधव पर कुछ दबाव कम हो सकता है।
लेखक: श्रेयस अनुवादक: आशीष कुमार