आईपीएल का 12वां सीजन खत्म हो चुका है। इस सीजन में दिल्ली कैपिटल्स और चेन्नई सुपरकिंग्स ने सबसे पहले प्लेऑफ के लिए क्वालिफाई किया था। जबकि मुंबई इंडियंस ने पहले क्वालीफ़ायर में बाजी मारते हुए सीधे फाइनल का टिकट कटाया था। इसके अलावा प्लेऑफ में चौथा स्थान पाने के लिए अन्य सभी टीमों में जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला था।
सनराइजर्स हैदराबाद ने ऊंचे रन रेट के जरिए चौथा स्थान हासिल किया था और नीचे की सभी चार टीमें टूर्नामेंट से बाहर हो गई थीं। टूर्नामेंट से बाहर होने वाली केकेआर और किंग्स इलेवन पंजाब अगर कुछ और मैचों में जीत हासिल करतीं, तो शायद इनमें से कोई एक टीम हैदराबाद को पछाड़ते हुए प्लेऑफ में जगह बना सकती थी। इस सीजन में प्लेऑफ से बाहर होने वाली चारों टीमों केकेआर, आरसीबी, किंग्स इलेवन पंजाब और राजस्थान रॉयल्स की हार का मुख्य कारण इनकी कमजोर गेंदबाजी रही।
जबकि इस बार के सीजन में कई ऐसे खिलाड़ी अनसोल्ड रहे, जिन्हें शायद डिसक्वालिफाई हुई टीमों ने नीलामी में खरीदा होता, तो शायद उनका प्रदर्शन सुधर सकता था। आज हम आपको इस सीजन में हर फ्रेंचाइजी के लिए अहम ऐसे ही अनसोल्ड खिलाड़ी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो शायद डिसक्वालिफाई हुई टीमों का प्रदर्शन सुधार सकते थे।
जानिए कौन हैं वो चार खिलाड़ी-
क्रिस जॉर्डन (आरसीबी)
विराट कोहली की टीम आरसीबी इस सीजन में 11 अंकों के साथ अंकतालिका में सबसे नीचे रही थी। इस टीम के लिए हमेशा से ही डेथ ओवर में खराब गेंदबाजी सबसे बड़ी समस्या रही है। आरसीबी के पास नवदीप सैनी जैसा युवा प्रतिभाशाली गेंदबाज तो था लेकिन दूसरे छोर पर उनका साथ देने के लिए टिम साउदी, उमेशा यादव और मोहम्मद सिराज जैसे खराब प्रदर्शन करने वाले गेंदबाज थे।
जबकि इस फ्रेंचाइजी की ओर से एक ऐसा अनसोल्ड खिलाड़ी रहा, जो शायद नवदीप सैनी का बखूबी साथ दे सकता था और टीम को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता था। वह गेंदबाज है क्रिस जॉर्डन। क्रिस जॉर्डन का आईपीएल के इस सीजन में बेस प्राइस 1 करोड़ रुपए था। जॉर्डन को टी20 फॉर्मेट में दुनिया के सबसे दिग्गज गेंदबाजों में गिना जाता है। उन्होंने अपनी 144 टी20 पारियों में 9 से कम इकॉनमी रेट और लगभग 18 के स्ट्राइक रेट से 154 विकेट हासिल किए हैं। लेकिन बदकिस्मती से क्रिस जॉर्डन इस सीजन में अनसोल्ड रहे।
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डैनियल क्रिस्चियन (राजस्थान रॉयल्स)
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरह ही रॉजस्थान रॉयल्स का यह सीजन काफी बेकार गया और यह टीम भी 11 अंकों के साथ अंक तालिका में 7वें स्थान पर रही थी। इस टीम ने शुरुआत में तो बेहतरीन प्रदर्शन किया लेकिन टीम में शामिल बेन स्टोक्स और जयदेव उनादकट जैसे अनुभवी खिलाड़ी अपना बेहतर प्रदर्शन देने में विफल रहे। स्टोक्स ने इस सीजन में 9 मैचों में मात्र 123 रन बनाए और मात्र 6 विकेट लिए।
जबकि इस टीम की ओर से एक ऐसा अनसोल्ड खिलाड़ी भी रहा, जो शायद टीम के लिए काफी कारगर साबित हो सकता था। हम बात कर रहे हैं ऑस्ट्रेलिया के आलराउंडर डैनियल क्रिस्चियन की। क्रिस्चियन को टी20 क्रिकेट प्रारूप का बेहतर खिलाड़ी समझा जाता है। उन्होंने बीते दिनों संपन्न हुई बीबीएल क्रिकेट लीग में बल्ले से जहां 254 रन बनाए थे, तो गेंद से भी कमाल करते हुए 15 विकेट चटकाए थे।
एडम जम्पा (किंग्स इलेवन पंजाब)
किंग्स इलेवन पंजाब भी इस सीजन में कुछ और मैचों में जीत हासिल कर आसानी से प्लेऑफ में जगह बना सकती थी लेकिन इस टीम की विफलता का भी सबसे बड़ा कारण खराब गेंदबाजी ही रही। टीम के पास रविचंद्रन अश्विन के रूप में बेहतरीन स्पिन गेंदबाज तो था लेकिन दूसरे छोर पर उनका साथ देने के लिए कोई अन्य बेहतरीन गेंदबाज नहीं था। जबकि अगर नीलामी में यह टीम एडम जम्पा को खरीद लेती तो शायद उसकी यह समस्या खत्म हो सकती थी।
भारत के खिलाफ खेली गई पिछली सीरीज में जम्पा, ऑस्ट्रेलिया की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज थे। जम्पा ने 6 से कम इकॉनमी रेट से 5 मैचों में 11 विकेट चटकाए थे। इसके अलावा जम्पा ने बीबीएल के पिछले सीजन में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया था। ऐसे में अगर जम्पा को पंजाब की टीम पिक करती तो शायद यह टीम आसानी से प्लेऑफ में पहुंच जाती लेकिन ऐसा हो नहीं सका।
केन रिचर्डसन (केकेआर)
केकेआर के पास इस सीजन में आंद्रे रसेल के रूप में सबसे बेहतरीन खिलाड़ी था, जिसने अकेले दम पर टीम को चार मैचों में जीत दिलाई थी। इसके बावजूद यह टीम 12 अंकों के साथ अंक तालिका में छठे स्थान पर रही। हालांकि यह टीम सनराइजर्स हैदराबाद से नेट रन रेट में पिछड़ गई, नहीं तो यह भी प्लेऑफ में पहुंच सकती थी। इस टीम के लिए भी खराब गेंदबाजी हार का सबसे प्रमुख कारण रहा।
जबकि इस टीम ने नीलामी में केन रिचर्जसन जैसे बेहतरीन गेंदबाज को नहीं पिक किया। जो कि शायद अपनी गेंदबाजी से केकेआर की दिशा बदल सकता था। 28 साल के इस तेज गेंदबाज ने इस साल बिग बैश लीग में सबसे ज्यादा विकेट चटकाए थे। उन्होंने बीबीएल में चैंपियंस मेलबर्न की ओर से खेलते हुए 13.71 की शानदार स्ट्राइक रेट से 24 विकेट चटकाए थे। रिचर्डसन को टी20 प्रारूप का विशेषज्ञ माना जाता है लेकिन फिर भी उन्हें केकेआर की ओर से नहीं खरीदा गया और यही वजह रही कि यह टीम प्लेऑफ में भी जगह नहीं बना सकी।