दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने इस आईपीएल सीजन जबरदस्त प्रदर्शन किया है। दिल्ली की टीम इस सीजन अलग ही अंदाज में नजर आई है। बैटिंग से लेकर बॉलिंग तक हर विभाग में टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया है। हालांकि मुंबई इंडियंस के खिलाफ मुकाबले में हार के बाद दिल्ली की टीम में कुछ कमियां भी नजर आईं।
दिल्ली कैपिटल्स ने इस सीजन मात्र 2 ही मैच अभी तक हारे हैं और रिकी पोंटिंग की अगुवाई में टीम काफी जबरदस्त दिख रही हैं। हालांकि कुछ चीजें हैं जिस पर उन्हें ध्यान देने की जरुरत है। अगर इन चीजों पर जल्द ध्यान नहीं दिया गया तो आगे चलकर टीम को दिक्कतें हो सकती हैं।
ये भी पढ़ें: IPL 2020, Twitter Reactions - मुंबई इंडियंस की जीत के बाद सूर्यकुमार यादव को लेकर ट्विटर पर प्रतिक्रियाएं
आईपीएल का आधा सफर समाप्त हो चुका है और अब टीमों के सामने और भी ज्यादा बड़ी चुनौतियां आएंगी। ऐसे में जरा सी भी लापरवाही भारी पड़ सकती है। दिल्ली कैपिटल्स को अगर अपना पहला आईपीएल टाइटल जीतना है तो फिर उन्हें अपनी इन कमजोरियों को दूर करना होगा। आइए जानते हैं कि दिल्ली कैपिटल्स की वो 3 बड़ी कमजोरियां कौन-कौन सी हैं।
दिल्ली कैपिटल्स की 3 बड़ी कमियां जिन पर उन्हें ध्यान देने की जरुरत है
3.ऋषभ पंत का फॉर्म में ना होना
दिल्ली कैपिटल्स के दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत अभी तक अपनी उस फॉर्म में नहीं दिखें हैं जिसके लिए वो जाने जाते हैं। ऋषभ पंत किसी भी मैच में ताबड़तोड़ पारी नहीं खेल पाए हैं। उन्होंने इस सीजन 6 मैचों में 138 रन बनाए हैं और उनका उच्चतम स्कोर 38 रन रहा है।
चोट की वजह से वो अगले कुछ मुकाबलों से बाहर हो गए हैं और ऐसे में वापसी के बाद भी उन्हें लय में आने के लिए थोड़ा टाइम लगेगा। ऋषभ पंत एक मैच विनर खिलाड़ी हैं और जिस दिन चलते हैं अकेले दम पर मैच जिताते हैं, इसलिए उनका फॉर्म में होना जरुरी है। दिल्ली कैपिटल्स को इस चीज पर खासा ध्यान देना चाहिए।
ये भी पढ़ें: 3 खिलाड़ी जो मिड सीजन विंडो ट्रांसफर के दौरान नई टीम का हिस्सा हो सकते हैं
2. मार्कस स्टोइनिस के ऊपर ज्यादा निर्भरता
मार्कस स्टोइनिस इस आईपीएल सीजन दिल्ली कैपिटल्स के लिए मोस्ट वैल्यूएबल प्लेयर बनकर उभरे हैं। उन्होंने 7 मैचों में 175 रन बनाए हैं और उनका स्ट्राइक रेट भी 175 का रहा है। कई मौकों पर स्टोइनिस ने आखिर में आकर धुंआधार पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई है या बड़े स्कोर तक पहुंचाया है।
हालांकि दिल्ली की टीम स्टोइनिस के ऊपर कुछ ज्यादा ही डिपेंड रही है। शिमरोन हिटमायर उस तरह की बल्लेबाजी नहीं कर पाए हैं। मुंबई के खिलाफ मुकाबले में जब स्टोइनिस नहीं चले तो आखिर के ओवर्स में टीम तेज गति से रन नहीं बना पाई। दिल्ली कैपिटल्स को इस पर ध्यान देना होगा, क्योंकि अगर प्लेऑफ के किसी मुकाबले में स्टोइनिस फ्लॉप हो गए तो उनके लिए मुश्किलें खड़ी हो जाएंगी।
1.शिखर धवन की धीमी बल्लेबाजी
दिल्ली कैपिटल्स की तरफ से पृथ्वी शॉ और शिखर धवन सलामी जोड़ी के तौर खेलती है। पृथ्वी शॉ एक छोर से तो ताबड़तोड़ रन बनाते हैं लेकिन दूसरे छोर से धवन उतनी तेजी से रन नहीं बना पाते हैं। जिससे पृथ्वी शॉ के ऊपर ज्यादा दबाव आ जाता है। अगर दोनों छोर से पावरप्ले में तेजी से रन बनाए जाएं तो फिर दिल्ली की टीम को ज्यादा फायदा हो सकता है।
मुंबई इंडियंस के खिलाफ धवन ने पूरे 20 ओवरों तक बल्लेबाजी की और इसके बावजूद वो सिर्फ 52 गेंद पर 69 रन ही बना पाए। उनकी इस पारी में 6 चौके और 1 छक्का शामिल था। निश्चित तौर पर धवन की बैटिंग दिल्ली कैपिटल्स की एक बड़ी कमजोरी है जिस पर उन्हें ध्यान देना चाहिए।