आखिरकार दिल्ली कैपिटल्स का आईपीएल खिताब जीतने का सपना टूट गया और मुंबई इंडियंस ने पांचवीं बार खिताब जीत लिया। दिल्ली कैपिटल्स की टीम पर फाइनल मैच का दबाव साफ़ तौर पर नजर आया। दूसरी तरफ मुंबई इंडियंस ने एक डिफेंडिंग चैम्पियन की तरह क्रिकेट खेला और अपना खिताब भी बचा लिया। दिल्ली कैपिटल्स ने पहली बार फाइनल में जगह बनाई और पिछले सभी सीजन की तुलना में बेहतर क्रिकेट खेली लेकिन फाइनल में उनके सामने एक दिग्गज टीम थी जिसे हराना आसान बिलकुल नहीं था।
दिल्ली कैपिटल्स ने टॉस जीतने के बाद बड़ा स्कोर खड़ा करने के लिए बल्लेबाजी का चयन किया था लेकिन ऐसा नहीं हुआ और मुंबई इंडियंस ने हर विभाग में धाकड़ प्रदर्शन करते हुए दिल्ली कैपिटल्स की टीम को कम स्कोर पर रोकने में सफलता हासिल की। बल्लेबाजों ने अपना काम बखूबी किया और मुंबई इंडियंस को रिकॉर्ड पांचवीं बार खिताब दिलाया। मुंबई इंडियंस का प्रदर्शन पूरे टूर्नामेंट के दौरान अलग ही रहा है। अन्य किसी टीम ने मुंबई का ख़ास मुकाबला नहीं किया। इस आर्टिकल में दिल्ली कैपिटल्स की हार के तीन कारणों के बारे में बताया गया है।
दिल्ली कैपिटल्स की हार के 3 कारण
ट्रेंट बोल्ट की गेंदबाजी
ट्रेंट बोल्ट ने पहली ही गेंद पर मार्कस स्टोइनिस को पवेलियन की राह दिखाकर दिल्ली को झटका दिया। इसके बाद उन्होंने नई गेंद से अजिंक्य रहाणे को आउट कर दिल्ली को पीछे धकेल दिया। अंतिम ओवरों में भी बोल्ट ने एक विकेट हासिल किया। 30 रन देकर 3 विकेट लेने वाले ट्रेंट बोल्ट ने दिल्ली कैपिटल्स को सीमित स्कोर पर रोक दिया।
दिल्ली की फ्लॉप बल्लेबाजी
दिल्ली कैपिटल्स के लिए श्रेयस अय्यर और ऋषभ पन्त ने अर्धशतक जड़े लेकिन अन्य बल्लेबाजों का खेल फ्लॉप रहा। पांच बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू पाए। दिल्ली के बल्लेबाजों का फ्लॉप खेल कम स्कोर का कारण बना और यह हार का कारण भी बन गया।
रोहित शर्मा की धाकड़ पारी
रोहित शर्मा ने पुराने अंदाज में आक्रामक बल्लेबाजी की। शुरुआत से ही रोहित शर्मा ने दिल्ली के गेंदबाजों पर दबाव बनाया। अश्विन को छक्का जड़कर पारी की शुरुआत करने वाले रोहित शर्मा ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। रोहित शर्मा के 68 रनों ने दिल्ली को मैच में नहीं आने दिया। रोहित शर्मा ने संयम के अलावा आक्रामक रूप भी दिखाया और मुंबई इंडियंस को चैम्पियन बना दिया।