सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) की टीम दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) के खिलाफ दूसरे क्वालीफायर मैच में हारकर आईपीएल से बाहर हो गई। फाइनल मुकाबले मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स के बीच खेला जाएगा। सनराइजर्स हैदराबाद ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की लेकिन इस बार दिल्ली कैपिटल्स ने पूरी तरह से कमर कसी हुई थी और बेहतरीन तरीके से रणनीति को लागू किया। दिल्ली कैपिटल्स ने कोई मौका इस बार नहीं छोड़ा और काफी शानदार क्रिकेट का नजारा पेश किया। सनराइजर्स हैदराबाद की टीम अंत में वापसी कर रही थी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
अभियान की शुरुआत में पीछे रहने वाली सनराइजर्स हैदराबाद ने प्लेऑफ़ से क्वालीफायर तक का सफर तय किया जो काफी अच्छी बात कही जा सकती है। जिस टीम का खेल बेहतर होता है, उसकी जीत होती है और सनराइजर्स हैदराबाद की टीम मैच में दिल्ली से थोड़ा पीछे रही जिसका खामियजा हार के रूप में भुगतना पड़ा है। मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद की हार के कुछ कारणों के बारे में यहाँ बताया गया है।
सनराइजर्स हैदराबाद की हार के कारण
शिखर धवन की धाकड़ पारी
शिखर धवन ने अपनी फॉर्म के अनुसार बल्लेबाजी करते हुए एक बार फिर दिल्ली कैपिटल्स के लिए बेहतरीन काम किया। उन्होंने 50 गेंदों पर 78 रन बनाकर दिल्ली कैपिटल्स को बड़ा स्कोर बनाने की तरह अग्रसर किया और यह हुआ भी। दिल्ली ने 189 रन इस पारी के कारण ही बनाए। धवन ने व्यक्तिगत रूप से भी 600 से ज्यादा रन इस बार बनाए हैं। एक मैच अभी बाकी है।
मार्कस स्टोइनिस का ऑलराउंड खेल
मार्कस स्टोइनिस को बतौर ओपनर खेलने के लिए भेजा गया और उन्होंने इस मौके का पूरा फायदा उठाया। स्टोइनिस ने 27 गेंद पर 38 रन बनाए और पहले विकेट की साझेदारी में धवन का साथ दिया। उन्होंने इसके बाद गेंदबाजी में भी हाथ दिखाए और केन विलियमसन, मनीष पांडे और प्रियम गर्ग के विकेट लेकर दिल्ली को जिताने में पूरा योगदान दिया।
कगिसो रबाडा का (पारी 19वां) ओवर
इस ओवर में सनराइजर्स हैदराबाद की जीत के आसार थे और रन बन सकते थे। अब्दुल समाद सेट होकर तेज खेल रहे थे लेकिन कगिसो रबाडा ने पहले समाद को आउट किया, इसके बाद राशिद खान को भी चलता किया। अगली गेंद वाइड थी और इसके बाद श्रीवत्स गोस्वामी को भी उन्होंने चलता किया। वाइड नहीं होती, तो रबाडा हैट्रिक बना सकते थे। इस ओवर के कारण हैदराबाद को हार झेलनी पड़ी।