इस साल का इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2020) का आयोजन काफी ज्यादा खास रहा, क्योंकि यह काफी अलग परिस्थिति में हुआ। हालांकि इसके बावजूद बीसीसीआई ने IPL 2020 का सबसे सफल आयोजन कराया है। इस साल गत विजेता मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स दोनों ही टीमों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया और फाइनल में जगह बनाई।
यह पहला मौका है, जब दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने IPL के फाइनल में जगह बनाई है, लेकिन वो इस मौके पर इतिहास रचने से चूक गए औऱ मुंबई इंडियंस ने 5वीं बार खिताबी जीत दर्ज करते हुए इतिहास रचा है। इसके अलावा सनराइजर्स हैदराबाद और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने प्लेऑफ तक का सफर तय किया, लेकिन वो फाइनल में जगह बनाने से चूक गए। इस बार चेन्नई सुपर किंग्स, किंग्स XI पंजाब, कोलकाता नाइट राइडर्स और राजस्थान रॉयल्स अपने खराब प्रदर्शन के कारण अंतिम 4 में जगह नहीं बना पाए।
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IPL के इस सीजन में कई खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन करके दिखाया है। कुछ युवा खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा, तो कई ऐसे दिग्गज खिलाड़ी भी रहे जिन्होंने काफी ज्यादा निराश किया और इसका खामियाजा उनकी टीमों ने भी चुकाया।
इस आर्टिकल में हम नजर डालेंगे इस साल के IPL की ऑलटाइम फ्लॉप प्लेइंग इलेवन पर:
नोट: इस लिस्ट में शामिल सभी 11 खिलाड़ियों ने कम से कम 7 मैच खेले हैं
सलामी बल्लेबाज:
आरोन फिंच
इस साल नीलामी में आरसीबी ने आरोन फिंच को 4.40 करोड़ रुपये में खरीदा था और उन्होंने उम्मीद थी कि फिंच के अनुभव से टीम को काफी फायदा होगा। हालांकि आरोन फिंच ने अपने प्रदर्शन से पूरी तरह निराश किया और इसी वजह से टीम ने उन्हें आखिरी के कुछ लीग मैचों से बाहर भी कर दिया था। फिंच ने इस साल खेले 12 मुकाबलों में 22.33 की औसत और 111.20 के स्ट्राइक रेट से 268 रन बनाए। इस बीच उन्होंने सिर्फ एक अर्धशतक लगाया और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 52 रहा।
पृथ्वी शॉ
इस साल IPL में जिस खिलाड़ी ने सबसे ज्यादा निराश किया है, वो पृथ्वी शॉ ही हैं। शॉ ने इस सीजन की शुरुआत धमाकेदार अंदाज में की, लेकिन उनकी फॉर्म में जबरदस्त तरीके से गिरावट आई और उनकी तकनीक में कमी भी साफ तौर पर दिखाई दी। शॉ ने इस साल खेले 13 मुकाबलों में 17.53 की औसत और 136.52 के स्ट्राइक रेट से 228 रन बनाए। शॉ ने इस सीजन 2 अर्धशतक लगाए और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 66 रन रहा।
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स्टीव स्मिथ
राजस्थान रॉयल्स के कप्तान स्टीव स्मिथ ने इस सीजन की शुरुआत धमाकेदार तरीके से की थी और पहले दो मैचों में शानदार अर्धशतक भी लगाए। हालांकि इसके बाद बतौर कप्तान और एक बल्लेबाज उनका प्रदर्शन काफी ज्यादा खराब रहा। स्मिथ ने इस सीजन 14 मैचों में 25.91 की औसत और 131.22 के स्ट्राइक रेट से 311 रन बनाए। स्मिथ ने इस सीजन 3 अर्धशतक लगाए और उनका सर्वाधिक स्कोर 69 रन रहा। इसके अलावा बतौर कप्तान जो उन्होंने फैसले लिए वो काफी हैरान करने वाले थे, उनकी कप्तानी काफी ज्यादा साधरण नजर आई।
केदार जाधव
चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ी केदार जाधव इस साल सबसे ज्यादा आलोचना का शिकार हुए हैं। जाधव पूरे सीजन में खराब फॉर्म में रहे और जरूरत पड़ने पर उन्होंने निराश ही किया। इस सीजन जाधव ने 8 मैचों में 20.66 की औसत और 93.93 के खराब स्ट्राइक रेट से 62 रन बनाए। वो एक भी छक्का नहीं लगा पाए।
विकेटकीपर- महेंद्र सिंह धोनी
महेंद्र सिंह धोनी ने आईपीएल से पहले ऐलान किया था कि वो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले रहे हैं। इसके बाद सभी को उम्मीद थी कि धोनी आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने फैंस को बड़ा तोहफा देंगे। हालांकि इस सीजन ऐसा कुछ नहीं हुआ और आईपीएल का 13वां सीजन धोनी के करियर का सबसे खराब सीजन रहा। धोनी ने इस सीजन में सिर्फ 200 रन बनाए, जिसमें एक भी अर्धशतक शामिल नहीं था। इसके अलावा यह पहला मौका था जब धोनी की कप्तानी में सीएसके की टीम प्लेऑफ में नहीं पहुंच पाई।
ऑलराउंडर
ग्लेन मैक्सवेल
किंग्स XI पंजाब ने जब ग्लेन मैक्सवेल को आईपीएल में अपनी टीम में शामिल किया था, तो उन्हें उम्मीद थी कि वो अपने प्रदर्शन से टीम को पहली बार खिताब जीतने में मदद करेंगे। हालांकि मैक्सवेल ने एक बार फिर काफी ज्यादा निराश किया और इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वो इस सीजन एक भी छक्का नहीं लगा पाए। मैक्सवेल ने 13 मैचों में 101.88 के खराब स्ट्राइक रेट से सिर्फ 108 रन बनाए और गेंद के साथ उन्होंने 8.04 की इकॉनमी रेट से सिर्फ 3 विकेट ही लिए। मैक्सवेल को पंजाब टीम ने काफी मौके दिए, लेकिन वो खुद को साबित करने में नाकाम रहे।
आंद्रे रसेल
आईपीएल 2019 में कोलकाता नाइट राइडर्स को अपने दम पर कई मैच जिताने वाले आंद्र रसेल इस साल पूरी तरह फ्लॉप साबित हुए। रसेल ने इस सीजन खेले 10 मैचों में 144.44 की औसत से सिर्फ 117 रन बनाए और गेंद के साथ वो 9.72 की इकॉनमी रेट से सिर्फ 6 विकेट हासिल कर पाए। खराब फॉर्म के कारण उनकी फिटनेस ने केकेआर को परेशान किया। केकेआर का प्लेऑफ में नहीं पहुंचने का मुख्य कारण रसेल का खराब प्रदर्शन भी रहा।
#) गेंदबाज -
पीयूष चावला
चेन्नई सुपर किंग्स के मुख्य स्पिनर पीयूष चावला ने अपने प्रदर्शन से टीम को काफी निराश किया। इस सीजन चावला ने खेले 7 मैचों में 9.09 की खराब इकॉनमी रेट से सिर्फ 6 विकेट लिए। इसी वजह से सीएसके ने उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया। हरभजन सिंह की गैरमौजूदगी में चावला से काफी उम्मीद थी, लेकिन वो नाकाम साबित हुए।
जयदेव उनादकट
जयदेव उनादकट आईपीएल के सबसे महंगे खिलाड़ी में से एक हैं, लेकिन उनका प्रदर्शन एक बार फिर निराशाजनक ही रहा। इस सीजन खेले 7 मैचों में 9.91 की खराब इकॉनमी रेट से सिर्फ 4 विकेट लिए और इसी खराब प्रदर्शन के कारण राजस्थान की टीम ने उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया।
खलील अहमद
भारत के लिए 11 वनडे और 14 टी20 मुकाबले खेलने वाले खलील अहमद ने भी इस साल खराब प्रदर्शन किया। अहमद ने सनराइजर्स हैदराबाद के लिए 7 मैचों में 9.42 की इकॉनमी रेट से सिर्फ 8 विकेट लिए। भुवनेश्वर कुमार की गैरमौजूदगी में भी हैदराबाद ने अहमद की जगह टी नटराजन पर भरोसा जताया और वो इसके ऊपर खरे भी उतरे।
नवदीप सैनी
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के मुख्य तेज गेंदबाज नवदीप सैनी ने इस साल 13 मुकाबले खेले, लेकिन इस सीजन में वो विकेट लेने में नाकाम रहे। सैनी ने 63.16 की खराब औसत और 8.29 की इकॉनमी रेट से सिर्फ 6 विकेट लिए। इस सीजन उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 25 रन देकर दो विकेट लेना रहा, जोकि दिखाता है कि काफी मैचों में एक भी विकेट नहीं ले पाए।