#) गेंदबाज -
पीयूष चावला
चेन्नई सुपर किंग्स के मुख्य स्पिनर पीयूष चावला ने अपने प्रदर्शन से टीम को काफी निराश किया। इस सीजन चावला ने खेले 7 मैचों में 9.09 की खराब इकॉनमी रेट से सिर्फ 6 विकेट लिए। इसी वजह से सीएसके ने उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया। हरभजन सिंह की गैरमौजूदगी में चावला से काफी उम्मीद थी, लेकिन वो नाकाम साबित हुए।
जयदेव उनादकट
जयदेव उनादकट आईपीएल के सबसे महंगे खिलाड़ी में से एक हैं, लेकिन उनका प्रदर्शन एक बार फिर निराशाजनक ही रहा। इस सीजन खेले 7 मैचों में 9.91 की खराब इकॉनमी रेट से सिर्फ 4 विकेट लिए और इसी खराब प्रदर्शन के कारण राजस्थान की टीम ने उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया।
खलील अहमद
भारत के लिए 11 वनडे और 14 टी20 मुकाबले खेलने वाले खलील अहमद ने भी इस साल खराब प्रदर्शन किया। अहमद ने सनराइजर्स हैदराबाद के लिए 7 मैचों में 9.42 की इकॉनमी रेट से सिर्फ 8 विकेट लिए। भुवनेश्वर कुमार की गैरमौजूदगी में भी हैदराबाद ने अहमद की जगह टी नटराजन पर भरोसा जताया और वो इसके ऊपर खरे भी उतरे।
नवदीप सैनी
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के मुख्य तेज गेंदबाज नवदीप सैनी ने इस साल 13 मुकाबले खेले, लेकिन इस सीजन में वो विकेट लेने में नाकाम रहे। सैनी ने 63.16 की खराब औसत और 8.29 की इकॉनमी रेट से सिर्फ 6 विकेट लिए। इस सीजन उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 25 रन देकर दो विकेट लेना रहा, जोकि दिखाता है कि काफी मैचों में एक भी विकेट नहीं ले पाए।