आईपीएल (IPL 2020) के पिछले मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के खिलाफ मिली हार से चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) की प्लेऑफ्स की उम्मीदों को करारा झटका लगा है। चेन्नई ने पहले 10 मैच में अभी तक 3 ही मुकाबलों जीते है और 7 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। रॉयल्स के खिलाफ टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी चेन्नई की टीम ने 20 ओवर में केवल 125 रन बनाये, जिसके जवाब में राजस्थान ने लक्ष्य को 18वें ओवर में पा लिया। जोस बटलर ने 70 रनों की नाबाद मैच जिताऊ पारी खेली।
चेन्नई का प्रदर्शन इस साल बेहद ही निराशाजनक रहा है। इस हार से उनकी प्लेऑफ्स की उम्मीदें लगभग खत्म हो गई। कप्तान धोनी भी टीम के प्रदर्शन से बेहद नाराज नजर आये और उन्होंने बैंच पर बैठे युवा खिलाड़ियों पर निशाना साधा। एमएस धोनी ने युवा खिलाड़ियों को लेकर अजीबोगरीब बयान दिया। उन्होंने कहा कि हमें युवा खिलाड़ियों के खेल में वो चमक नजर नहीं आती जिसपर हम विश्वास कर पाएं और उन्हें प्लेइंग XI में शामिल कर ले।
चेन्नई सुपर किंग्स ने अपने अनुभवी खिलाड़ियों पर लगातार भरोसा दिखाया है लेकिन केदार जाधव, पियूष चावला और अन्य खिलाड़ियों ने निराशाजनक प्रदर्शन किया है। कप्तान धोनी ने आगे कहा कि हम ज्यादा बदलाव नहीं करना चाहते। नए खिलाड़ियों को खिलाकर हम टीम में असुरक्षा नहीं रखना चाहते और साफतौर पर हमने इस सीजन अच्छा प्रदर्शन भी नहीं किया है। आगे के मुकाबलों में हम युवा खिलाड़ियों को बिना दबाव के खेलने के लिए कहेंगे।
राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ गेंदबाजी में तेज गेंदबाजों के इस्तेमाल पर धोनी ने कहा कि स्पिन गेंदबाजी के लिए मुझे कुछ मदद नहीं दिखाई दी। इसलिए मैं तेज गेंदबाजों के साथ गया। कभी फैसले आपके साथ जाते है, कभी नहीं जाते। धोनी ने रविंद्र जडेजा और पियूष चावला से कुल मिलाकर 4 ओवर ही करवाए और अपने तेज गेंदबाजों पर ही भरोसा रखा।