#2 मुंबई इंडियंस
मौजूदा चैंपियन मुंबई इंडियंस को भी होम ग्राउंड पर ना खेलने का नुकसान उठाना पड़ सकता है। वानखेड़े की पिच में उछाल होता है और यह परिस्थितयां उनके तेज गेंदबाजों के साथ-साथ बल्लेबाजों को भी भांति हैं। मुंबई की टीम अपने कुछ मैच चेन्नई में भी खेलेगी, जहाँ पर स्पिनर ज्यादा हावी रहते हैं और मुंबई के पास क्रुणाल और राहुल चाहर तथा चावला के रूप में स्पिनर मौजूद हैं। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि क्या मुंबई की टीम अपने होम ग्राउंड पर ना खेल पाने के कारण अपने अच्छे प्रदर्शन को कामयाब रख पाएगी।
#1 चेन्नई सुपर किंग्स
होम ग्राउंड पर मैच ना होने का नुकसान सबसे ज्यादा चेन्नई सुपर किंग्स को होगा। धोनी जो हमेशा स्पिन गेंदबाजों पर ज्यादा निर्भर रहते हैं और चेन्नई का मैदान भी स्पिन गेंदबाजों को ज्यादा मदद करता था। इसी को ध्यान में रखते हुए टीम ने ऑक्शन में मोईन अली और कृष्णप्पा गौतम जैसे स्पिन ऑलराउंडर खरीदे। चेन्नई के पास पहले से ही जडेजा, साई किशोर और इमरान ताहिर के रूप में स्पिनर मौजूद थे। ऐसे में चेन्नई जिसे अपने ज्यादातर मैच वानखेड़े में खेलने हैं, वहां स्पिन गेंदबाजों से ज्यादा तेज गेंदबाजों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। अब देखना होगा कि धोनी इन चुनौतियों से कैसे निपटते हैं।