आईपीएल (IPL) 2021 के फाइनल मुकाबले में एमएस धोनी (MS Dhoni) और इयोन मोर्गन (Eoin Morgan) की टीमों के बीच भिड़ंत हुयी और इसमें चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने बाजी मरते हुए मोर्गन की कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) को पराजित किया। इस मुकाबले में दोनों टीमों के पास कई मौकों पर एक जैसी स्थिति आई लेकिन एमएस धोनी ने अपने अनुभव और शांत दिमाग से बेहतर तरीके से चीजों को संभाला। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी ब्रैड हॉग (Brad Hogg) का भी मानना है कि मोर्गन और धोनी में कप्तानी के मामले में काफी अंतर है।
कल खेले गए फाइनल मुकाबले में चेन्नई की पारी की दौरान दिनेश कार्तिक ने फाफ डू प्लेसी की स्टंपिंग का मौका छोड़ दिया और बाद में फाफ ने 86 रनों की शानदार पारी खेली। इसके बाद केकेआर की पारी के दौरान धोनी ने फॉर्म में चल रहे वेंकटेश अय्यर का शुरूआती क्षणों में कैच ड्रॉप कर दिया तथा बाद में अय्यर ने अर्शतक बनाया।
अपने यूट्यूब चैनल पर हॉग ने कहा कि दोनों टीमों ने ही शुरूआती विकेट का मौका गंवाया लेकिन चेन्नई की टीम ने इसके बावजूद चीजों को बेहतर तरीके से संभाला। उन्होंने कहा,
दोनों कीपर्स ने शुरुआत में मौका छोड़ दिया। कार्तिक का डू प्लेसी की स्टंपिंग छोड़ना खेल में एक बड़ा क्षण था और दूसरी तरह वेंकटेश अय्यर का कैच छोड़ने वाले एमएस धोने थे और उन्होंने भी अच्छी पारी खेली।
अगर अय्यर ने लगभग 3 या 4 ओवर और बल्लेबाजी की होती तो वह केकेआर को और अधिक कमांडिंग स्थिति में ला सकते थे क्योंकि गिल तेजी से रन बनाने में सक्षम नहीं थे। मुझे कहना है कि जब बात कप्तानी की आती है तो मोर्गन की तुलना में एमएस धोनी थोड़े ज्यादा शांत थे।
एमएस धोनी ने अपने गेंदबाजों पर भरोसा दिखाया - ब्रैड हॉग
ब्रैड हॉग ने कहा कि एमएस धोनी अपने गेंदबाजों के पीछे भाग नहीं रहे थे और उन्होंने गेंदबाजों पर योजनाओं को लागू करने का भरोसा दिखाया। हॉग ने आगे कहा,
एमएस धोनी अपने गेंदबाजों तक नहीं दौड़ रहे थे और चीजों को धीमा करने की कोशिश कर रहे थे और सुनिश्चित कर रहे थे कि वे योजना के साथ तैयार थे। जब आप फाइनल में जाते हैं, तो आप कोशिश नहीं करना चाहते और गति को बदलना नहीं चाहते, आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि गेंदबाज लय में हों। मोर्गन सीएसके की पारी के पिछले छोर पर गेंदबाज के सामने खड़े थे, इससे एक गेंदबाज के साथ होता यह है कि वह अपना मोमेंटम खो देता है और नकारात्मक भी हो जाता है।
फाइनल मुकाबले में चेन्नई के बल्लेबाजों ने पहले जबरदस्त बल्लेबाजी की और इसके गेंदबाजों ने केकेआर के बल्लेबाजों को बीच के ओवरों में पवेलियन की राह दिखाई। इस तरह चेन्नई ने 27 रन से कोलकाता को मात दी।