आईपीएल (IPL) में रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) एक समय विकेट टेकिंग गेंदबाज माने जाते थे लेकिन पिछले कुछ समय से उनका प्रदर्शन इस लीग में कुछ खास नहीं रहा है। आईपीएल 2021 के दूसरे चरण में सनराइज़र्स हैदराबाद (SRH) के खिलाफ मैच के बाद अश्विन की गेंदबाजी से कई दिग्गज निराश दिखे और इस कड़ी में अब संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) का नाम भी शामिल हो गया है। मांजरेकर ने कहा कि वह अश्विन के सफ़ेद गेंद की क्रिकेट में फैन नहीं हैं और उन्होंने सनराइज़र्स के खिलाफ काफी निराशाजनक गेंदबाजी की थी।
सनराइज़र्स हैदराबाद के खिलाफ दिल्ली कैपिटल्स के दूसरे चरण में पहले मैच के टीम के अन्य गेंदबाजों ने जबरदस्त गेंदबाजी की थी लेकिन अश्विन का प्रदर्शन कुछ खास नहीं था। सनराइज़र्स की टीम 20 ओवर में नौ विकेट के नुकसान पर 134 रन बना पाई थी लेकिन अश्विन ने इस मैच में 2.5 ओवर की गेंदबाज में 22 रन खर्च किये और एक भी सफलता हासिल नहीं कर पाए।
संजय मांजरेकर ने दफा न्यूज़ के लिए इंस्टाग्राम पर दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के मैच से पहले प्रीव्यू में कहा की दिल्ली की टीम अमित मिश्रा को अश्विन से पहले मौका दे सकती है। उन्होंने कहा,
अश्विन को अमित मिश्रा से पहले खेलते देख मुझे थोड़ा हैरानी हुयी। मुझे नहीं लगता कि अश्विन ने अच्छी गेंदबाजी की। मैं सफेद गेंद वाले क्रिकेट में अश्विन का बहुत बड़ा प्रशंसक नहीं हूं। इसलिए अगर वे मिश्रा को खिला सकते हैं, तो वह कलाई के स्पिनर हैं जो हमेशा टी 20 क्रिकेट में गेम-चेंजर होता है।
मांजरेकर ने आगे यह भी कहा कि अमित मिश्रा को लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद मौका नहीं मिला, जो थोड़ा अनुचित है। उन्होंने कहा,
अमित मिश्रा जैसे लोग, कम नाम वाले खिलाड़ियों को ज्यादा मौके नहीं मिलते। मिश्रा ने जब भी खेला है, दिल्ली के लिए विकेट लिए हैं या फिर जिन फ्रेंचाइजी के लिए पहले खेले हैं।
सहवाग ने अश्विन के गेंदबाजी में बहुत अधिक प्रयोग करने पर उठाये थे सवाल
पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग का मानना है कि अश्विन अपनी गेंदबाजी में काफी ज्यादा प्रयोग करने लगते हैं, इसी वजह से उन्हें सफलता नहीं मिलती है।
क्रिकबज लाइव पर बातचीत के दौरान सहवाग ने कहा था कि अश्विन अपनी परम्परागत ऑफ स्पिन की बजाय दूसरी तरह की गेंद डालने लगते हैं और इसी वजह से उनको विकेट मिलने के आसार काफी कम हो जाते हैं। सहवाग के मुताबिक जब धोनी स्टंप के पीछे होते थे तो उनको ऐसा नहीं करने देते थे।