पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) ने केकेआर (KKR) के खिलाफ एलिमिनेटर मुकाबले में दिग्गज स्पिनर युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) के परफॉर्मेंस को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि अगर केकेआर के खिलाफ ये मैच आखिरी ओवरों तक गया तो इसका सबसे ज्यादा श्रेय युजवेंद्र चहल को जाता है जिन्होंने जबरदस्त गेंदबाजी की।
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को केकेआर के खिलाफ एलिमिनेटर मुकाबले में रोमांचक तरीके से हार का सामना करना पड़ा। आरसीबी पहले खेलते हुए सात विकेट पर सिर्फ 138 रन ही बना पाई। कप्तान कोहली ने सबसे ज्यादा 39 रन बनाए। जवाब में केकेआर ने इस लक्ष्य को 19.4 ओवर में छह विकेट खोकर हासिल कर लिया। इस तरह से एक और सीजन आरसीबी बिना टाइटल जीते टूर्नामेंट से बाहर हो गई। रन चेज के दौरान केकेआर की शुरूआत काफी अच्छी रही और पावरप्ले में तेजी से रन उन्होंने बनाए। हालांकि बीच के ओवरों में विकेट गंवाने की वजह से टीम दबाव में आ गई और मैच आखिरी ओवर तक चला गया।
युजवेंद्र चहल ने सिर्फ 16 रन देकर दो विकेट लिए
युजवेंद्र चहल ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से जबरदस्त गेंदबाजी की। उन्होंने अपने चार ओवरों के स्पेल में सिर्फ 16 रन देकर दो विकेट चटकाए और केकेआर को दबाव में ला दिया। चहल ने अहम मौकों पर नितीश राणा और राहुल त्रिपाठी के विकेट चटकाए और इसकी वजह से केकेआर की रन गति धीमी हो गई।
ईएसपीएन क्रिकइन्फो पर बातचीत के दौरान संजय मांजरेकर ने युजवेंद्र चहल के परफॉर्मेंस की तारीफ की। उन्होंने कहा,
अगर टार्गेट ज्यादा होता तो फिर केकेआर के बल्लेबाज चहल के खिलाफ और भी चांस लेते। इससे पता चलता है कि वो कितना अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि उनके खिलाफ कोई रिस्क नहीं लेना चाहता था। केकेआर मैनेजमेंट ने बल्लेबाजों को चहल के खिलाफ रिस्क नहीं लेने की सलाह जरूर दी होगी। ये मैच आखिरी ओवर तक सिर्फ चहल की वजह से ही गया। राहुल त्रिपाठी चहल के खिलाफ जल्द आउट हो गए और नितीश राणा भी उन्हें मारने के चक्कर में आउट हो गए। ये दोनों विकेट आरसीबी के लिए काफी अहम थे।