आईपीएल (IPL) 2021 में आज एलिमिनेटर मुकाबला खेला जाना है। इस मुकाबले में एक तरफ रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) तो दूसरी तरफ कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) की टीम होगी। बात की जाए लीग चरण की तो केकेआर के लिए पहला चरण कुछ खास नहीं रहा था लेकिन टीम ने दूसरे चरण में जबरदस्त खेल दिखाया और प्लेऑफ में जगह बनाई। टीम की अच्छे प्रदर्शन के पीछे उनके गेंदबाजी आक्रमण की अहम भूमिका रही है। केकेआर के गेंदबाजों को लेकर पूर्व भारतीय खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस गेंदबाजी आक्रमण के दम पर केकेआर किसी भी टीम पर दबदबा बना सकती है।
बात की जाए एलिमिनेटर खेलने वाली इन दोनों ही टीमों की तो इन्होंने अपने आखिरी लीग मैच जीते हैं तथा दोनों ही टीमों के पास शानदार खिलाड़ी मौजूद हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि यह मुकाबला केकेआर की गेंदबाजी तथा आरसीबी के बल्लेबाजों के बीच है।
सुनील गावस्कर ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया में अपने कॉलम में आंद्रे रसेल तथा टीम के अन्य गेंदबाजों का जिक्र किया। रसेल चोट की वजह से कुछ मुकाबलों से बाहर थे और अभी भी उनकी स्थिति को लेकर स्पष्टता नहीं है। उन्होंने लिखा,
आंद्रे रसेल की उपलब्धता को लेकर अभी कोई खबर नहीं आई है, लेकिन अगर वह फिट होते हैं तो कोलकाता के मध्यक्रम को मजबूती देंगे। वह ऐसे खिलाड़ी हैं जो बल्ले और गेंद दोनों से मैच को पलट सकते हैं, इसलिए कोलकाता उनके फिट होने की उम्मीद कर रहा होगा।
लोकी फर्ग्युसन कोलकाता के लिए शानदार रहे हैं, अपनी गति के साथ सबसे अच्छा, और अगर वह उतनी अच्छी गेंदबाजी करता है जितना वह कर सकता है और दो मिस्ट्री स्पिनर सुनील नारेन और वरुण चक्रवर्ती के साथ, कोलकाता के पास एक ऐसा आक्रमण है जो विपक्ष को दबा सकता है।
दीप दासगुप्ता ने बताया दूसरे चरण में केकेआर की सफलता का मंत्र
अपने यूट्यूब चैनल पर फैंस के साथ बातचीत करते हुए दीप दासगुप्ता से जब केकेआर की जीत का मंत्र पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अन्य सीजन की तुलना में इस सीजन खिलाड़ियों पर भरोसा दिखाया गया तथा उन्हें लगातार मैचों में मौके दिए गए और इसी वजह से नतीजे भी प्राप्त हुए। उन्होंने कहा,
कोलकाता का मंत्र पूरी तरह फ्रीडम के साथ खेलना रहा है। फ्रीडम तब मिलती है जब आपके चयनकर्ता, कोच, टीम प्रबंधन और आपका कप्तान हर मैच में खिलाने का भरोसा देते हैं। और जब किसी खिलाड़ी को वह सुरक्षा मिल जाती है तो वह खुलकर खेल सकता है। और यही केकेआर के साथ हुआ। उन्होंने अपने शीर्ष क्रम में पूरे सीजन में ज्यादा बदलाव नहीं किए हैं।
बल्लेबाजी में वेंकटेश अय्यर ने टीम को आगे बढ़ाया है। इसलिए सब कुछ ठीक हो रहा है। दूसरे हाफ में उन्होंने जो एकमात्र बदलाव किया वह या तो कृष्णा या फिर कुछ मजबूरीवश बदलाव। यह निरंतरता एक कारण है। ज्यादा बदलाव न करना खिलाड़ियों की सफलता और जाहिर तौर पर सुरक्षा का एक कारण है।