रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने आईपीएल (IPL) के बचे हुए सीजन के लिए श्रीलंकाई स्पिनर वनिंदु हसारंगा (Wanindu Hasaranga) को टीम में शामिल किया है। भारत के खिलाफ घरेलू सीरीज में बेहतर प्रदर्शन के बाद से ही हसारंगा पर टीमों की नजरें थी और उन्होंने कहा भी था कि कुछ टीमों ने मुझसे सम्पर्क किया है। आरसीबी (RCB) के लिए यह खिलाड़ी एक फायदे का सौदा हो सकता है।
टी20 क्रिकेट में लेग स्पिनर की अहम भूमिका होती है और ज्यादातर टीमें लेग स्पिनर को लेना पसंद करती है। एडम जैम्पा के नहीं होने से आरसीबी की टीम में एक लेग स्पिनर की जगह खाली थी और उन्होंने बिना देरी के हसारंगा को अपने साथ जोड़ते हुए टीम के इस स्थान की भरपाई की।
आरसीबी के लिए अंतिम ग्यारह में बतौर लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल खेलते हैं लेकिन कभी किसी कारणवश अगर वह टीम का हिस्सा नहीं हो पाते हैं, तो बैकअप के रूप में हसारंगा टीम हैं और उन्हें किसी विदेशी खिलाड़ी की जगह टीम में बतौर लेग स्पिनर शामिल किया जा सकता है। यहाँ खास बात यह भी है कि यूएई की पिचें स्पिनरों के लिए अनुकूल होती है और मैदान भी बड़े होते हैं। ऐसे में अगर बल्लेबाज बड़े शॉट के लिए जाएंगे, तो आउट होने के आसार भी ज्यादा रहेंगे। यही कारण है कि आरसीबी ने किसी तेज गेंदबाज को शामिल नहीं करते हुए हसारंगा को लिया है।
एक और खास बात हसारंगा के पक्ष में जाती है, वह बल्लेबाजी है। हसारंगा ने दिखाया है कि वह मौका मिलने पर किस तरह की बैटिंग कर सकते हैं। आरसीबी के पास निचले क्रम में बल्लेबाजी उतनी ताकतवर नहीं है। ऐसे में अगर वनिंदु हसारंगा टीम का हिस्सा होते हैं, तो निचले क्रम में बल्लेबाजी की समस्या से भी निजात मिल सकती है।
हसारंगा की स्पिन गेंदों को खेलने में ज्यादा परेशानी होती है क्योंकि बल्लेबाज उन्हें पढ़ नहीं पाते। वहीँ एडम जैम्पा के मामले में ऐसा नहीं है। यह बात भी श्रीलंकाई खिलाड़ी के पक्ष में जाती है। इस सीरीज में वह आरसीबी के लिए एक तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं।