आरसीबी और गुजरात टाइटंस (RCB vs GT) के बीच हुए मैच के दौरान मैथ्यू वेड (Matthew Wade) के विवादास्पद आउट को लेकर पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि इस तरह के आउट में थर्ड अंपायर कुछ नहीं कर सकता है, क्योंकि उसके हाथ बंधे हुए हैं। आकाश चोपड़ा के मुताबिक अंपायर कॉल नियम सही नहीं है।
दरअसल गुजरात टाइंटस की पारी के दौरान आरसीबी की तरफ से ग्लेन मैक्सवेल पारी का छठा ओवर लेकर आए। उनकी दूसरी गेंद मैथ्यू वेड के पैरों में जाकर लगी। अम्पायर ने अपील होने पर मैथ्यू वेड को आउट करार दिया। इसके बाद उन्होंने तुरंत रिव्यू लेने का निर्णय लिया। रीप्ले में साफ दिखा कि गेंद वेड के बल्ले या ग्लव्स को छूकर नहीं जा रही थी और विकेट लाइन से भी बाहर थी। हालांकि गेंद विकेटों से जाकर टकरा रही थी और इसी वजह से अम्पायर्स कॉल के आधार पर उनको आउट दिया गया। वेड 16 रन के निजी स्कोर पर चलते बने।
खुद को इस तरह से आउट करार दिए जाने के बाद मैथ्यू वेड को काफी गुस्से में देखा गया। आउट होकर जाने के बाद वह निराश दिखे और ड्रेसिंग रूम में हेलमेट फेंक दिया। इसके बाद बल्ला उन्होंने तीन से चार बार इधर-उधर मारा।
आकाश चोपड़ा ने नियमों पर उठाए सवाल
वहीं आकाश चोपड़ा ने मैथ्यू वेड को इस तरह से आउट करार दिए जाने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। अपने यू-ट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान उन्होंने कहा "मैथ्यू वेड को लेकर काफी चर्चा हो रही है कि वो आउट थे या नहीं थे। वो नॉट आउट थे लेकिन इन दिनों थर्ड अंपायर के हाथ बंधे हुए हैं क्योंकि नियम ही कुछ ऐसे हैं। ये नियम पूरी तरह से गलत हैं। आप देख रहे हैं कि गेंद बल्ले से लगकर गई लेकिन अल्ट्रा-एज में कुछ नहीं दिख रहा है तो आपने आउट करार दे दिया। अगर टेक्नॉलजी सही ना बता रही हो और ऑन फील्ड अंपायर से गलती हो जाए तो थर्ड अंपायर को उसमें सुधार लाना चाहिए लेकिन उन्हें इसकी अनुमति नहीं है।"