लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के मेंटर गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने दीपक हूडा (Deepak Hooda) और क्रुणाल पांड्या (Krunal Pandya) की एक ही टीम की तरफ से खेलने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। गंभीर के मुताबिक ये जरूरी नहीं है कि मैदान के बाहर आप अच्छे दोस्त हों तभी अंदर परफॉर्म कर सकते हैं।
दरअसल क्रुणाल पांड्या और दीपक हूडा के बीच डोमेस्टिक मुकाबलों के दौरान लड़ाई हो गई थी। इसी वजह से इन प्लेयर्स के बीच काफी तनातनी है। बड़ौदा के लिए खेलने वाले दीपक हूडा ने साल 2021 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से पहले टीम से हटने का फैसला किया था। दीपक हूडा ने आरोप लगाया था कि बड़ौदा टीम के कप्तान क्रुणाल पांड्या ने उन्हें गाली दी थी। उनके मुताबिक क्रुणाल पांड्या ने उन्हें करियर खत्म करने तक की धमकी दी थी।
हालांकि अब दोनों ही खिलाड़ी आईपीएल में एक ही टीम लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए खेलते हुए नजर आएंगे। आईपीएल ऑक्शन के दौरान दोनों प्लेयर्स को लखनऊ सुपर जायंट्स टीम ने हासिल कर लिया और ऐसे में दोनों एक ही ड्रेसिंग रूम का हिस्सा होंगे।
बेहतर प्रदर्शन करने के लिए दोस्त होना जरूरी नहीं है - गौतम गंभीर
वहीं लखनऊ सुपर जायंट्स के मेंटर गौतम गंभीर ने कहा है कि जरूरी नहीं है कि प्लेयर्स के परफॉर्म करने के लिए उनके बीच अच्छी दोस्ती भी हो। पीटीआई के साथ बातचीत में उन्होंने कहा,
अगर आपको परफॉर्म करना है तो उसके लिए बेस्ट फ्रेंड होना जरूरी नहीं है। ये दोनों ही खिलाड़ी प्रोफेशनल्स हैं और इन्हें पता है कि अपना काम करना है। अगर आप एक ही टीम के लिए खेल रहे हैं तो इसका ये मतलब नहीं कि रोज आपको साथ में डिनर पर जाना है। मैं जिस भी टीम के लिए खेला वहां पर सबसे मेरी दोस्ती नहीं थी। लेकिन इससे मेरे परफॉर्मेंस पर कोई असर नहीं पड़ा। ये मैच्योर प्लेयर हैं और इन्हें पता है कि इनका काम मैच जिताना है।