अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नियम बनाने वाली संस्था एमसीसी ने हाल ही में नॉन स्ट्राइक छोर पर बाहर निकलने वाले खिलाड़ी को आउट करने के नियम को मंजूरी दी है। इसको लेकर आरसीबी के गेंदबाज हर्षल पटेल (Harshal Patel) ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर नियम मुझे अनुमति दे रहा है तो मैं आउट करने में पीछे नहीं रहूँगा।
हिंदुस्तान टाइम्स के एक सवाल के जवाब में हर्षल पटेल ने कहा कि मैं लार वाली बात के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कह सकता क्योंकि मैंने पिछले दो वर्षों में बहुत अधिक रेड बॉल क्रिकेट नहीं खेला है। लेकिन हाँ, अगर आप ठंडी परिस्थितियों में खेल रहे हैं, जिन लोगों को पसीना नहीं आता है, वे क्या करेंगे? वे गेंद को कैसे चमकाएंगे? तो उस प्रश्न का उत्तर निश्चित रूप से दिया जाना बाकी है। और मांकडिंग की बात पर मुझे लगा कि क्रिकेट समुदाय के रूप में चर्चा करना हमारे लिए एक बहुत ही बेतुकी बात है क्योंकि अगर यह नियम पुस्तिका में है तो यह खेल की भावना के खिलाफ कैसे हो सकता है?
हर्षल पटेल ने साफ़ तौर पर कहा है कि अगर कोई नियम बना है तो इसके अनुसार काम करना खेल भावना के खिलाफ कैसे हो सकता है। आईपीएल में रविचंद्रन अश्विन ने जब जोस बटलर को इस तरह आउट किया था तब खेल भावना को लेकर सवाल खड़े हुए थे। अश्विन ने खुद को सही ठहराते हुए नियम का हवाला दिया था। तीसरे अम्पायर के पास मामला उस समय गया था जहाँ बटलर को आउट दिया गया।
इस बार नियमों को स्पष्ट करते हुए एमसीसी ने मांकडिंग आउट को नियमों के अंतर्गत माना है। अब अगर कोई नॉन स्ट्राइकर बल्लेबाज बॉल छोड़ने से पहले बाहर निकलता है, तो गेंदबाज उसे आउट कर पाएगा और खेल भावना को लेकर भी सवाल नहीं होंगे।