आईपीएल (IPL) के अगले सीजन से कई तरह के बदलाव हमें देखने को मिल सकते हैं। टूर्नामेंट में दो नई टीमों के आने के अलावा इसके फॉर्मेट में भी बदलाव देखने को मिलेगा। खबरों के मुताबिक आईपीएल 2022 में कुल 74 मुकाबले हो सकते हैं और इस दौरान सभी 10 टीमों को दो ग्रुप में बांट दिया जाएगा।
इसी फॉर्मेट के तहत 2011 का आईपीएल भी खेला गया था लेकिन उस वक्त इसकी काफी आलोचना हुई थी। हालांकि इसके बावजूद बीसीसीआई बिजी इंटरनेशनल शेड्यूल की वजह से इसी फॉर्मेट के तहत मैचों का आयोजन कराने के लिए मजबूर है।
हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया कि बोर्ड अभी 94 मैचों के लिए आयोजन के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं है। उन्होंने कहा,
हम अभी 94 मैचों के लिए तैयार नहीं हैं। हमारे ब्रॉडकास्टर तैयार नहीं हैं। विदेशी खिलाड़ियों की उपलब्धता भी एक मुद्दा है और विंडो भी मिलना काफी मुश्किल होता है। भविष्य में हम ज्यादा मैचों के आयोजन के बारे में सोचेंगे।
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94 मैचों का अगर आईपीएल होता है तो इसे पूरा होने में लगभग ढाई महीने लग जाएंगे। जिस तरह का इंटरनेशनल शेड्यूल इस वक्त है उसे देखते हुए ये संभव नहीं लगता है।आईसीसी भी लगभग हर साल ग्लोबल इवेंट का आयोजन करती है। इसी वजह से बीसीसीआई को 74 मैचों के मॉडल पर वापस जाना पड़ा।
सभी टीमों को दो ग्रुप में बांटकर मैचों का आयोजन किया जाएगा
74 मैचों के फॉर्मेट में टीमों को दो ग्रुप में बांट दिया जाएगा। एक ग्रुप में पांच टीमें होंगी। जिसमें से उन्हें अपने ग्रुप में चार मैच घरेलू मैदान में और चार मैच विपक्षी टीम के घर में जाकर खेलने होंगे।
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