भारतीय क्रिकेट में फिनिशर की भूमिका को पूर्व भारतीय कप्तान और विकेटकीपर-बल्लेबाज एमएस धोनी ने एक नया आयाम दिया और उनके संन्यास के बाद अभी तक कोई विकल्प नहीं मिला। इस भूमिका के लिए सबसे आगे हार्दिक पांड्या का नाम आ रहा था लेकिन खराब फिटनेस के कारण उन्होंने टीम में अपनी जगह खो दी। इसके बाद भारत ने वेंकटेश अय्यर और दीपक हूडा को भी आजमाया लेकिन अभी तक कोई भी खुद को पूरी तरह से साबित नहीं कर पाया है। अब इस भूमिका के लिए राजस्थान रॉयल्स (RR) के युवा ऑलराउंडर रियान पराग (Riyan Parag) ने खुद के नाम की वकालत की है और उन्होंने कहा कि वह भविष्य में भारत के बेस्ट फिनिशर बन सकते हैं।
पराग के मुताबिक वह सिर्फ अपनी आईपीएल टीम राजस्थान रॉयल्स के ही नहीं बल्कि भारतीय टीम के भी फिनिशिंग की भूमिका को बखूबी निभा सकते हैं।
'Red Bull's Greatness Starts Here' पर बात करते हुए पराग ने कहा,
मैं अपनी बहुत ज्यादा प्रशंसा नहीं करना चाहता, लेकिन मुझे लगता है कि मैं न केवल राजस्थान रॉयल्स के लिए बल्कि आने वाले वर्षों में भारत के लिए सर्वश्रेष्ठ फिनिशर बन सकता हूं। मेरे पास कौशल है, मेरे पास हरफनमौला क्षमता है और न केवल बल्लेबाजी, क्षेत्ररक्षण और गेंदबाजी का भी हुनर है। हां, मेरे पास काम करने के लिए बहुत कुछ है और मुझे निरंतर बने रहना है। मुझे कई क्षेत्रों में बहुत काम करना है, लेकिन मेरा दृढ़ विश्वास है कि मैं इसे राजस्थान रॉयल्स टीम और देश के लिए भी कर सकता हूं।
कप्तानी के मामले में एमएस धोनी जैसा बनना चाहते हैं रियान पराग
रियान पराग ने सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफी के पिछले दो संस्करण में अपने राज्य असम की कप्तानी की है। युवा खिलाड़ी ने इसे बेहद खास पल बताया। 20 वर्षीय अपनी कप्तानी कौशल के प्रति आश्वस्त हैं और उन्हें लगता है कि वह धोनी की तरह एक 'कूल' कप्तान हो सकते हैं। उन्होंने कहा,
यह बहुत खास था। मैंने पिछले साल और इस साल भी मुश्ताक अली टीम की कप्तानी की थी। मैं हमेशा खुद को एक कप्तान के रूप में सोचता हूं, तब भी जब मैं टीम की कप्तानी नहीं कर रहा होता हूं और मैं हमेशा अपने खेल के बारे में ऐसा ही सोचता हूं। इसलिए राज्य की टीम का आधिकारिक कप्तान होना बहुत ही विनम्र और बड़ा पल था। मैं एमएस की तरह नहीं कहना चाहता, लेकिन मैं एमएस को थोड़ा कॉपी करने की कोशिश करता हूं। लेकिन हाँ, मैं मस्त हूँ। मैं बहुत आक्रामक नहीं हूं।