चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के युवा ओपनर रुतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) ने बीती रात शानदार बल्लेबाजी की थी। सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के खिलाफ गायकवाड़ दुर्भाग्य से अपना शतक पूरा नहीं कर सके और एक रन दूर रह गए थे। हालांकि, 99 रनों की पारी खेलकर उन्होंने अपनी टीम की जीत सुनिश्चित की थी और इसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। अवार्ड पाने के बाद रुतुराज ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
काफी अच्छा लगा और यह पारी टीम की जीत में आई है तो यह और भी स्पेशल लग रही है। ऐसा समय आएगा जब आपको एक या दो अच्छी गेंदें मिलेंगी और आप कभी भी दुर्भाग्यशाली रह सकते हैं। जिस तरीके का सपोर्ट स्टॉफ और लोग आपके आस-पास हैं उसके बाद आपके पास आगे बढ़ते रहने के लिए जरूरी पूरा कॉन्फिडेंस होता है। व्यक्तिगत तौर पर मैं फॉर्म के बारे में भरोसा नहीं करता क्योंकि आपने पिछले मैच में चाहे जितने रन बनाए हों अगले मैच में आपको जीरो से शुरुआत करनी होती है। मैं हर बार जीरो से शुरु करने में भरोसा रखता हूं और इसने मेरी मदद की है।
"तेज गति की गेंदों से बाहर आता है मेरा बेस्ट"- गायकवाड़
रुतुराज ने धीमी शुरुआत की थी, लेकिन उमरान मलिक के आते ही उन्होंने अपना गियर बदल लिया और फिर वापस रुकने का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा,
मैं अधिक तेज गेंदें खेलना पसंद करता हूं क्योंकि इससे मेरा बेस्ट बाहर आता है। बहुत अधिक ऐसे गेंदबाज नहीं हैं जो इतनी तेज और इतनी शॉर्ट गेंदबाजी करते हैं तो जब कभी भी वे शुरुआत में ही कुछ गेंदे शॉर्ट फेंकते हैं तो जाहिर तौर पर अंतिम कुछ गेंदों में मेरा पलड़ा भारी रहता है। मैं कॉनवे से कह रहा था कि अपना समय लो। मैं इस विकेट को अच्छे से जानता हूं क्योंकि यह मेरा घरेलू मैदान है और इसी कारण मैं कॉनवे से लगातार बात कर रहा था।
Edited by Prashant Kumar