कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के बल्लेबाज रिंकू सिंह (Rinku Singh) ने रविवार को गुजरात टाइटंस (GT) के खिलाफ अकल्पनीय पारी खेल कर दुनिया में हर किसी का ध्यान अपनी तरफ खींचा। उन्होंने मैच के आखिरी ओवर में 5 गेंदों पर लगातार 5 छक्के जड़कर अपनी टीम को कभी न भूल पाने वाली जीत दिलाई।
इस पारी के बाद पहली बार रिंकू सिंह के पिता खानचन्द्र सिंह ने अपने बेटे की पारी पर प्रतिक्रिया दी है। खानचन्द्र ने अपने बेटे रिंकू को भारतीय क्रिकेट टीम में खेलते देखने की इच्छा जाहिर की है।
उसके क्रिकेट में मेरा कोई योगदान नहीं - खानचन्द्र
एएनआई से बात करते हुए रिंकू सिंह के पिता खानचन्द्र ने कहा,
मैंने उसके क्रिकेट में कोई योगदान नहीं दिया, उसने यह सब खुद से किया। मैंने उसके लिए एक बल्ला या कुछ और भी नहीं खरीदा। कुछ समय बाद उसने स्टेडियम में खेलना शुरु किया और अपनी टीम के लिए रन बनाए। मैं उससे हमेशा कहता रहता था कि वह अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे, क्रिकेट खेलने से उसे कुछ हासिल नहीं होगा, मगर उसका पढ़ाई में कभी मन नहींं लगता था, और वो बस क्रिेकेट में गुम रहता था। बाद में मुझे सभी ने कहा कि आपका बच्चा अच्छा खेलता है, तो मैंने भी उसे कहा कि अगर तुम खेलना चाहते हो तो तुम क्रिकेट खेल सकते हो।
अगर बात मुकाबले की करें तो गुजरात टाइटंस ने पहले बल्लेबाजी करते हुए केकेआर के सामने जीत के लिए 205 रनों का लक्ष्य रखा था। इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी केकेआर की टीम 19वें ओवर तक स्कोर से 29 रन पीछे चल रही थी। मगर आखिरी ओवर में रिंकू सिंह ने गुजरात के गेंदबाज यश दयाल की आखिरी पांच गेंदों पर 5 छक्के लगाकर सभी को मंंत्रमुग्ध कर दिया और अपनी टीम को यादगार जीत दिला दी। रिंकू की बल्लेबाजी के कारण हर तरफ उनकी चर्चा हो रही है।