गरीबी किसी भी इंसान के जीवन का एक चुनौतीपूर्ण अंग है। इसकी वजह से हर इंसान के जीवन में नया संघर्ष और समस्याएं आती रहती हैं। मगर इसी संघर्ष और समस्या से लड़ कर जो अपनी मजबूत इच्छाशक्ति से आगे बढ़ता है, वो बाजीगर कहलाता है और ऐसे ही एक बाजीगर बन कर उभरे हैं कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के बल्लेबाज रिंकू सिंह (Rinku Singh)। यूपी के रिंकू ने जोशीले दृष्टिकोण, सयंम, और कड़ी मेहनत के दम पर गरीबी को हरा दिया और आज क्रिकेट की दुनिया में एक चर्चित नाम बन चुके हैं।
मगर सीमित संसाधन और चुनौतियों के बीच यह मुकाम बनाने वाले रिंकू अब नहीं चाहते कि किसी भी प्रतिभावान क्रिकेटर को गरीबी के कारण अपने सपने को अधूरा छोड़ना पड़े, इसलिए उन्होंने एक बड़ा कदम उठाया है और आर्थिक रूप से कमजोर खिलाड़ियों के लिए रहने की व्यवस्था हेतु अलीगढ़ में एक हॉस्टल बनवा रहे हैं।
50 लाख की लागत से बन रहा हॉस्टल - मसूद जफर अमीनी
रिंकू के बचपन के कोच मसूद जफर अमीनी ने बताया कि रिंकू का हमेशा से एक सपना था कि वो गरीब और वंचित क्रिकेटर्स के लिए हॉस्टल बनवाएं। उन्होंने बताया,
पिछले तीन महीने से उनके इस हॉस्टल पर काम चल रहा है। इसमें 14 कमरे है और इसमें लगभग 50 लाख रुपये का खर्च आएगा। हर कमरे में 4 बच्चें रह सकेंगे और उनके लिए मेस और बाथरूम की व्यवस्था भी होगी। रिंकू का हमेशा से एक सपना था ऐसा हॉस्टल बनाने का, जो अब पूरा हो रहा है।
रिंकू सिंह के बचपन के कोच ने आगे कहा कि आईपीएल खेलते हुए भी रिंकू यहां हो रहे काम की खबर लेते रहते हैं। बता दें कि रिंकू सिंह ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ मैच के आखिरी ओवर में अंतिम 5 गेंदों पर 5 छक्के लगा कर खूब सुर्खियां बटोरी थी। एक वक्त कोचिंग में पोछा लगा कर अपने क्रिकेटर बनने के सपने को जिंदा रखने वाले रिंकू की हॉस्टल बनवाने के लिए काफी ज्यादा तारीफ हो रही है।