कोलकाता नाइटराइडर्स (Kolkata Knight Riders) के स्टार ऑलराउंडर वेंकटेश अय्यर (Venkatest Iyer) का मानना है कि आईपीएल 2023 (IPL 2023) में इम्पैक्ट प्लेयर के परिचय से ऑलराउंडर्स की उपयोगिता कम हुई है। अय्यर ने समझाया कि इम्पैक्ट नियम के कारण टीमें अब ऑलराउंडर को ओवर देने के बजाय छठे गेंदबाज को सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी के रूप में रखना पसंद करती हैं।
इम्पैक्ट खिलाड़ी नियम के अनुसार दोनों टीमें मैच से पहले पांच खिलाड़ियों को सब्स्टीट्यूट बनाकर मैच के दौरान उनमें से किसी एक की सेवाएं ले सकती हैं। यह विकल्प फ्रेंचाइजी के बीच काफी हिट रहा और इसने टी20 लीग में दिलचस्पी बढ़ाई है।
केकेआर ने अय्यर का भी इम्पैक्ट खिलाड़ी के रूप में इस्तेमाल किया। अय्यर का मानना है कि इस नियम के आने से आईपीएल में बहुत बदलाव आया। केकेआर के दिल्ली के खिलाफ मैच से पहले अय्यर ने कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो इम्पैक्ट खिलाड़ियों के आने से ऑलराउंडर्स जितने ओवर गेंदबाजी करते थे, उसमें गिरावट आई है। अगर एक टीम में छठे गेंदबाज के रूप में विशेषज्ञ गेंदबाज है तो वो अपने ऑलराउंडर का उपयोग नहीं करेगी। यह इम्पैक्ट खिलाड़ी नियम लेकर आया है। इसने ऑलराउंडर के उपयोग को कम किया है।'
28 साल के वेंकटेश अय्यर ने इस बात पर सहमति जताई कि यह नियम रहना चाहिए क्योंकि इम्पैक्ट खिलाड़ी एक्स फैक्टर्स साबित हो रहे हैं। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा, 'यह बहुत दिलचस्प नियम है। अगर आप आईपीएल में खेल रहे हैं जो कि अंतरराष्ट्रीय स्तर का टूर्नामेंट है। प्रत्येक टीम में थिंक टैंक बहुत बड़ा है और मुझे लगता है कि बहुत पहले मैच में उन्होंने इस नियम के फायदे को समझ लिया था। अब तक सभी जानते हैं कि इम्पैक्ट खिलाड़ी का उपयोग कैसे करना है। अगर आप नतीजे देखें तो पाएंगे कि इम्पैक्ट खिलाड़ी एक्स फैक्टर साबित होंगे।'
बता दें कि गुजरात टाइटंस के खिलाफ इम्पैक्ट खिलाड़ी के रूप में बल्लेबाजी करने उतरे वेंकटेश अय्यर ने केवल 40 गेंदों में 83 रन की धुआंधार पारी खेली थी। इस मुकाबले में केकेआर ने आखिरी गेंद पर 205 रन के लक्ष्य को हासिल किया था।