Mayank Yadav to Get BCCI Contract: आईपीएल 2024 में लखनऊ सुपर जायंट्स का प्रतिनिधित्व करने वाले तेज गेंदबाज मयंक यादव के लिए मौजूदा सीजन फिटनेस के लिहाज से सही नहीं रहा है। अपनी अद्भुत रफ़्तार से सभी को चौंकाने वाले मयंक इस सीजन में दूसरी बार चोटिल हुए हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें जल्द ही एक अच्छी खबर मिलने की पूरी संभावना है। मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच के दौरान मयंक की चोट फिर से समस्या बन गई और अब आईपीएल 2024 में एलएसजी के बाकी बचे लीग मैचों में उनके खेलने की संभावना काफी कम है। पिछले चार सप्ताह में मयंक दूसरी बार चोटिल हुए हैं।
मयंक यादव को बीसीसीआई से अनुबंध मिलना तय
21 वर्षीय दाएं हाथ के तेज गेंदबाज मयंक ने आईपीएल के अपने शुरुआती मैचों में 155 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंदबाजी की और लगातार दो मैचों में प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड जीतने में सफल रहे। हालाँकि, इसके बाद तीसरे मैच में वह चोटिल होने के बाद कुछ सप्ताह के लिए एक्शन से दूर हो गए। फिटनेस टेस्ट पास करने के बाद उन्होंने मंगलवार को मुंबई इंडियंस के खिलाफ फिर से मैदान पर वापसी की, लेकिन 3.1 ओवर फेंकने के बाद उन्हें डगआउट में वापस जाना पड़ा। उन्होंने इस दौरान 31 रन दिए और एक विकेट हासिल किया था।
हालाँकि, इसके बावजूद 21 वर्षीय तेज गेंदबाज को बीसीसीआई द्वारा दमदार प्रदर्शन के लिए ईनाम मिल सकता है। उन्हें उमरान मलिक, विदवथ कावेरप्पा, विशाक विजयकुमार, यश दयाल और आकाशदीप की तरह ही जल्द तेज गेंदबाजी अनुबंध मिल सकता है।
इस अनुबंध का हिस्सा बनने के बाद, मयंक यादव राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) की स्पोर्ट्स साइंस और मेडिकल टीम की देखरेख में रहेंगे, जो उनकी आईपीएल फ्रेंचाइजी लखनऊ सुपर जायंट्स से उनके चोट प्रबंधन और फिटनेस कार्यक्रम की जिम्मेदारी संभालेगी।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई को बताया, 'मयंक को चोट लगी है लेकिन यह ग्रेड एक की चोट होने की अधिक संभावना है। इससे उबरने में बहुत अधिक समय नहीं लगेगा। एलएसजी अगर प्ले-ऑफ के लिए क्वालीफाई करती है, तो वह नॉकआउट मैच खेलने के लिए फिट हो सकते हैं। फिलहाल उनका आईपीएल के बाकी (लीग चरण) मैचों में खेलना संदिग्ध है।'
सूत्र ने आगे बताया, 'मयंक अगर समय पर फिट होते तो टी20 वर्ल्ड कप 2024 में रिज़र्व खिलाड़ियों की लिस्ट में उनका चयन हो सकता था, लेकिन बीसीसीआई उनके मामले में अभी पूरी तरह से सावधानी बरत रहा है। उन्हें जल्द तेज गेंदबाजी अनुबंध सौंपा जायेगा और वो फिर बीसीसीआई की छत्रछाया में आ जायेंगे। इसके बाद उनके विकास की व्यवस्थित रूप से निगरानी की जाएगी। राष्ट्रीय चयन समिति और भारतीय टीम प्रबंधन उसके मामले में जल्दबाजी से बचेगा और यह सुनिश्चित करना चाहेंगे कि वह फिटनेस के शीर्ष स्तर को बनाए रख सके।'