आईपीएल 2019 के लिए नीलामी की प्रक्रिया काफ़ी दिलचस्प रही। कई खिलाड़ी इस दौड़ में शामिल थे, लेकिन सिर्फ़ 70 लोगों को ही किसी टीम में जगह मिल सकती थी। टीम के मालिकों ने अपने लिए बेहरीन क्रिकेटर्स को ख़रीदा। जयदेव उनादकट और वरुण चक्रवर्ती सबसे महंगे बिके। जयदेव को राजस्थान रॉयल्स ने 8.4 करोड़ रुपये में ख़रीदा। इतनी ही क़ीमत में वरुण को किंग्स XI पंजाब में शामिल किया गया।
विदेशी खिलाड़ियों की बात करें तो सैम कुर्रन और कॉलिन इन्ग्राम को क्रमश: 7.2 करोड़ रुपये और 6.4 करोड़ रुपये में ख़रीदा गया। नीलामी के दिन दिल्ली कैपिटल्स, किंग्स XI पंजाब और राजस्थान रॉयल्स के मालिक काफ़ी सक्रिय थे। जबकि चेन्नई सुपरकिंग्स टीम में ज़्यादातर जगह पहले ही से भरी जा चुकी थी, नीलामी के दौरान इन्हें सिर्फ़ 2 खिलाड़ियों की ज़रूरत थी। धोनी की टीम ने आईपीएल 2019 के लिए मोहित शर्मा और ऋतुराज गायकवाड़ को चुना है।
क्रिकेट पंडितों का मानना है कि चेन्नई सुपरकिंग्स टीम इससे बेहतर खिलाड़ियों पर दांव लगा सकती थी। हम यहां उन 3 खिलाड़ियों को लेकर चर्चा कर रहें हैं जो चेन्नई के लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकते थे और ये तीनों खिलाड़ी पर दांव लगाना ज़्यादा फ़ायदे का सौदा साबित होता।
#3 मनोज तिवारी
बंगाल के इस बल्लेबाज़ का चयन न होना हर क्रिकेट फ़ैंस के लिए चौंकाने वाली बात है। घरेलू सर्किट में मनोज का प्रदर्शन अच्छा रहा है, ऐसे में उनका किसी टीम में न चुना जाना हैरान कर रहा है। मनोज एक मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ हैं और स्पिनर्स के ख़िलाफ़ बेहतरीन खेल दिखाते हैं। उनके पास अनुभव की भी कोई कमी नहीं है।
इस वक़्त चेन्नई के पास टॉप क्वालिटी के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ नहीं है, इसके अलावा इस टीम को कुछ बैक-अप बैट्समैन की भी ज़रूरत थी, मनोज तिवारी इस कमी को पूरा कर सकते थे जो नहीं हो सका। तिवारी का तालमेल कप्तान धोनी के साथ अच्छा होता, क्योंकि वो राइज़िंग पुणे सुपरजायंट टीम में वो माही के साथ थे। लेकिन चेन्नई ने युवा गायकवाड़ पर ज़्यादा भरोसा किया है।
#2 सरफ़राज़ ख़ान
21 साल के इस युवा खिलाड़ी के पास हुनर की कोई कमी नहीं है, लेकिन कई बार चोटिल होने और बुरे फ़ॉम की वजह से वो चेन्नई के रडार से बाहर हो गए। आईपीएल 2018 की नीलामी के दौरान वो एकलौते ऐसे अनकैप्ड खिलाड़ी थे जिन्हें रिटेन किया गया था। इस साल आरसीबी टीम ने उन्हें रिलीज़ कर दिया था। आईपीएल 2019 की नीलामी के लिए उनकी बेस प्राइस 20 लाख रुपये रखी गई थी। किंग्स XI पंजाब ने उन्हें 25 लाख की क़ीमत में ख़रीद लिया।
अगर चेन्नई टीम के मालिक सरफ़राज़ पर दांव लगाते तो उन्हें आसानी से हासिल किया जा सकता था क्योंकि कई टीम ने इस युवा खिलाड़ी में दिलचस्पी नहीं दिखाई। अगर सरफ़ाज़ चेन्नई में शामिल होते तो उन्हें अपने करियर को निखारने का मौका मिलता क्योंकि धोनी किसी भी नए खिलाड़ी को संवारने में माहिर हैं। भले ही सरफ़राज़ ख़राब फ़ॉम में चल रहे हैं लेकिन वो कभी भी धमाल मचा सकते हैं।
#1 मोहम्मद शमी
मोहम्मद शमी की नीलामी काफ़ी जल्दी शुरू हो गई थी। हर टीम उन्हें ख़रीदने को लेकर जद्दोजहद करने लगी। हर टीम उन्हें अपने खेमे में शामिल करना चाहती थी। चेन्नई के मालिकों ने भी काफ़ी हाथ-पैर मारे, लेकिन जैसे ही शमी की क़ीमत 4.8 करोड़ रुपये पहुंची, धोनी की टीम ने दांव लगाना छोड़ दिया। शमी की नीलामी के थोड़ी देर बाद ही चेन्नई ने मोहित शर्मा को 5 करोड़ में ख़रीद लिया।
अब ये कहना मुश्किल है कि चेन्नई ने इतनी ही क़ीमत मोहित की जगह शमी पर क्यों नहीं लगाई। शमी इस वक़्त अच्छे फ़ॉम में हैं और टेस्ट क्रिकेट में वो धमाल मचा रहे हैं, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उनका खेल बेहतर हुआ है। वो अपनी निजी ज़िंदगी की परेशानियों को भुलाकर आगे बढ़ रहे हैं। दूसरी तरफ़ मोहित का प्रदर्शन पिछले कुछ सालों में इतना अच्छा नहीं रहा है कि उन पर 5 करोड़ का दांव खेला जाए।
लेखक- शाश्वत कुमार
अनुवादक- शारिक़ुल होदा