पाकिस्तान टीम को साउथ अफ्रीका (PAK vs SA) के खिलाफ मैच में भले ही हार का सामना करना पड़ा लेकिन अंपायरिंग को लेकर इस वक्त काफी ज्यादा चर्चा हो रही है। हरभजन सिंह ने कहा कि जिस तरह से तबरेज शम्सी को अंपायर कॉल की वजह से नॉट आउट करार दिया गया, सोचिए अगर फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम के साथ ऐसा होता तो फिर क्या होता।
दरअसल जब पाकिस्तान की टीम को जीत के लिए सिर्फ एक ही विकेट चाहिए था, तब साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज तबरेज शम्सी के खिलाफ पगबाधा की अपील हुई लेकिन अंपायर ने इसे नकार दिया। पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने रिव्यू ले लिया और रिव्यू में ये अंपायर्स कॉल हो गया। अगर अंपायर ने तबरेज शम्सी को आउट दे दिया होता तो फिर वो आउट हो गए होते लेकिन उन्होंने शम्सी को आउट नहीं दिया था और इसी वजह से उन्हें आउट करार नहीं दिया गया और आखिर में साउथ अफ्रीका ने जीत हासिल की। हालांकि रेसी वेन डर डुसेन को इसी अंपायर कॉल के तहत आउट करार दे दिया गया था।
भारतीय टीम के साथ भी ऐसा हो सकता है - हरभजन सिंह
हरभजन सिंह के मुताबिक अंपायर कॉल का ये नियम काफी गलत है। उनके मुताबिक अगर भारतीय टीम के साथ फाइनल मुकाबले में ऐसा होता तो क्या होता। उन्होंने अपने यू-ट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान कहा,
भारतीय टीम के साथ भी ऐसा हो सकता है। सोचिए, अगर इंडिया फाइनल में हो और जसप्रीत बुमराह गेंदबाजी कर रहे हों। भारत को जीतने के लिए सिर्फ एक विकेट चाहिए हों और विरोधी टीम को सिर्फ दो रन जीतने के लिए चाहिए हों। गेंद पैड पर लगे और बल्लेबाज भागकर दो रन ले लें। ऑन फील्ड अंपायर ने उसे नॉट दे दिया हो लेकिन भारत ने रिव्यू ले लिया। रीप्ले में दिखे कि गेंद स्टंप को हिट कर रही है लेकिन अंपायर ने नॉट आउट करार दिया है तो ये अंपायर कॉल हो जाएगा। यहां पर पाकिस्तान के साथ ऐसा हुआ है लेकिन इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के साथ भी ऐसा हो सकता है।