बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) के प्रमुख कार्यकारी निजामुद्दीन चौधरी (Nizamuddin Chowdhury) ने खुलासा किया कि राष्ट्रीय टीम से बाहर हुई जहानरा आलम (Jahanara Alam) ने बोर्ड को एक पत्र जमा किया, जिसमें चयनकर्ता मंजुरुल इस्लाम (Manjurul Islam) पर कुप्रबंधन और पक्षपात का आरोप लगाया है।
जहानरा आलम ने मलेशिया में होने वाले आईसीसी कॉमनवेल्थ गेम्स क्वालीफायर 2022 के राष्ट्रीय स्क्वाड से बाहर होने से पहले अपना पक्ष जमा किया था। चौधरी ने क्रिकबज से इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि सीनियर खिलाड़ी द्वारा उठाए मामले पर बोर्ड ध्यान देगा।
निजामुद्दीन ने कहा, 'हां, हमें जहानरा का पत्र मिला और हम इस पर ध्यान देंगे। सभी चीजों पर गौर करने के बाद हम इस पर जरूरी कदम उठाएंगे। जब जहानरा के स्तर वाली खिलाड़ी हमें इस तरह की बात बताएगी तो निश्चित है कि इसे गंभीरता से लिया जाएगा और हम सच्चाई का पता करने की कोशिश करेंगे।'
जानकारी के मुताबिक जहानरा ने जो पत्र जमा किया है, उसमें राष्ट्रीय चयनकर्ता मंजुरुल इस्लाम सहित अन्य कुछ सदस्यों पर पक्षपात का आरोप लगाया है। जहानरा ने पिछले साल सिलहेट के आवासीय शिविर में उनके शिविर से लेकर आईसीसी विश्व कप क्वालीफायर तक टीम के भीतर हुई विभिन्न घटनाओं के बारे में भी बोर्ड को अवगत कराया है।
जहानरा पर गुटबाजी का आरोप
बीसीबी के एक अधिकारी ने जोर देकर कहा था कि जिम्बाब्वे में आईसीसी महिला विश्व कप क्वालीफायर के दौरान टीम प्रबंधन के साथ दुर्व्यवहार के कई उदाहरणों के बाद अनुशासनात्मक मुद्दों के कारण बांग्लादेश के पूर्व कप्तान को बाहर किया गया था, वो दौरा जहां उन्होंने 6 मैचों में 9 विकेट लिए थे। इसमें तीन मैचों की वनडे सीरीज शामिल थी।
2011 में अपना टी20 इंटरनेशनल डेब्यू करने वाली जहानरा आलम छोटे प्रारूप में बांग्लादेश के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली चौथी गेंदबाज हैं। उन्होंने 40 मैचों में 38 विकेट लिए हैं।
इस बीच टीम प्रबंधन ने दावा किया कि टीम के अंदर विभिन्न ग्रुप की जिम्मेदार जहानरा हैं और वो नई कप्तान निगार सुल्ताना की समर्थक नहीं हैं। बीसीबी महिलाओं के उच्च अधिकारी ने कहा, 'हमने जहानरा को बाहर करने का फैसला किया क्योंकि हम सभी को संदेश देना चाहते थे, लेकिन यह पूरी तरह उन्हीं पर नहीं था क्योंकि हमारे विश्व कप योजना में वो काफी हद तक शामिल हैं।'