पाकिस्तान क्रिकेट के लीजेंडरी खिलाड़ी जावेद मियांदाद (Javed Miandad) ने हाल ही में भारत के एशिया कप (Asia Cup) के लिए पाकिस्तान नहीं आने को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि अगर भारत एशिया कप के लिए पाकिस्तान नहीं आना चाहता है तो भाड़ में जाए। हालांकि अब उन्होंने अपने इस बयान को लेकर सफाई दी है। मियांदाद ने कहा कि उनका कहने का मतलब ये था कि अगर भारत पाकिस्तान नहीं आना चाहता है तो ना आए।
दरअसल एशिया कप 2023 की मेजबानी पाकिस्तान के पास है लेकिन बीसीसीआई ने वहां पर अपनी टीम भेजने से साफ इंकार कर दिया है। इसके बाद से ही बीसीसीआई और पीसीबी के बीच तनातनी बढ़ गई है। बीसीसीआई का रुख साफ है कि वो पाकिस्तान नहीं जाएंगे और ये बात पाकिस्तान को नागवार गुजरी है।
भारत के इस फैसले को लेकर पाकिस्तान में तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। इसी कड़ी में पूर्व दिग्गज बल्लेबाज जावेद मियांदाद ने भी बयान दिया। उन्होंने कहा,
'मैंने तो पहले भी कहा था कि अगर नहीं आना है तो भाड़ में जाएं। हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है। ये आईसीसी का काम है। अगर ये चीज आईसीसी कंट्रोल नहीं कर सकती है तो फिर गर्वनमेंट बॉडी का और आईसीसी का कोई काम नहीं है। हर एक देश के लिए एक ही नियम होना चाहिए। चाहे जितनी मजबूत टीम क्यों ना हो अगर वो अपना वादा पूरा नहीं करते हैं तो फिर क्या फायदा। कोई ठेका नहीं लिया है। इंडिया होगा अपने लिए होगा, हमारे लिए या दुनिया के लिए नहीं है। आओ खेलो, खेलते क्यों नहीं, भागते हैं।'
अगर भारत नहीं आता है तो पाकिस्तान को कोई फर्क नहीं पड़ेगा -जावेद मियांदाद
हालांकि अब जावेद मियांदाद ने अपने बयान को लेकर सफाई दी है। अपने यू-ट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान उन्होंने कहा,
आप जानते हैं कि भाड़ का मतलब क्या है ? अगर आप नहीं खेलना चाहते हैं तो मत खेलिए। हमें कोई दिक्कत नहीं है। अगर आप भारतीय क्रिकेटरों से पूछें तो वो भी कहेंगे कि दोनों टीमों के बीच क्रिकेट खेली जानी चाहिए। इससे दोनों देशों को फायदा होगा। अगर भारत को लगता है कि वो पाकिस्तान नहीं आएंगे तो यहां कोई फर्क पड़ेगा तो ऐसा नहीं है। हम खुद पर निर्भर हैं। पाकिस्तान ने हॉकी समेत हर फील्ड में बेहतरीन प्लेयर पैदा किए हैं।