Jay Shah on hosting Pink ball test in India: टेस्ट क्रिकेट को रोचक बनाने के लिए कई अहम कदम उठाए गए, जिसमें से एक डे-नाइट मैच का भी है। वनडे की तरह ही फैंस को आकर्षित करने के लिए आईसीसी ने डे-नाइट टेस्ट आयोजन की शुरुआत की थी। इस तरह के मैचों में गुलाबी गेंद का इस्तेमाल होता है, ताकि रात में बल्लेबाजों को गेंद को देखने में कोई समस्या ना हो। हालांकि, कुछ ही देश डे-नाइट टेस्ट खेलते नजर आते हैं और इसका बहुत ज्यादा चलन नहीं देखने को मिला है, खासतौर पर भारत में। वहीं, अब बीसीसीआई सचिव जय शाह ने साफ कर दिया है कि भारत आगे भी गुलाबी गेंद से टेस्ट मैचों को होस्ट करने के पक्ष में नहीं है।
टीम इंडिया ने अपनी घरेलू सरजमीं पर अभी तक तीन ही डे-नाइट टेस्ट खेले हैं और इन सभी में जीत दर्ज की है। भारत में पहला डे-नाइट टेस्ट मुकाबला 2019 में कोलकाता में खेला गया था, जब टीम इंडिया ने बांग्लादेश की मेजबानी की थी। इसके बाद, 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ अहमदाबाद में और 2022 में श्रीलंका के खिलाफ बेंगलुरु में खेला था। इन तीनों ही मैचों में टीम इंडिया का दबदबा देखने को मिला था और आसानी से मुकाबले लगभग तीन दिन में ही समाप्त हो गए थे। इसी वजह से जय शाह ने मुकाबलों के जल्दी खत्म होने को फैंस के लिए अच्छा नहीं बताया।
जय शाह ने भारत में डे-नाइट टेस्ट के आयोजन को फैंस के लिए बताया नुकसान
मुंबई में टाइम्स ऑफ इंडिया के कार्यालय में बातचीत के दौरान बीसीसीआई सचिन ने कहा कि भारत डे-नाइट टेस्ट की मेजबानी के पक्ष में नहीं हैं, क्योंकि ये कुछ ही दिन में खत्म हो जाते हैं। जय शाह ने कहा,
"आप पांच दिन के मैच के लिए टिकट खरीदते हैं लेकिन मुकाबला 2-3 दिन में ही खत्म हो जाता है। जल्दी समापन का रिफंड भी नहीं मिलता और मैं इस बारे में थोड़ा सा भावुक हूं।"
आपको बता दें कि भारत में भले ही डे-नाइट टेस्ट का आयोजन ना हो लेकिन फैंस को जल्द ही ऑस्ट्रेलिया दौरे पर इसका लुत्फ उठाने का मौका मिलेगा। टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेली जाने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान एडिलेड में डे-नाइट टेस्ट खेलना है और इसकी तैयारी के लिए रोहित शर्मा एंड कंपनी एक अभ्यास मैच भी खेलेगी।