पीसीबी अध्यक्ष बनने के बाद से रमीज राजा (Ramiz Raja) भारत और पाकिस्तान (IND vs PAK) के बीच ज्यादा मैचों का आयोजन कराने पर जोर दे रहे हैं। इसके लिए उन्होंने चार देशों की टी20 सीरीज का प्रस्ताव आईसीसी के सामने रखने की बात करते रहे हैं। द्विपक्षीय सीरीज की संभावना नहीं होने की वजह से उन्होंने कदम उठाने का निर्णय लिया है। इस बीच बीसीसीआई सचिव जय शाह ने प्रतिक्रिया दी है।
रॉयटर्स से बातचीत में जय शाह ने कहा कि आईपीएल विंडो के विस्तार और चक्र में हर साल आईसीसी (वैश्विक) आयोजनों के साथ, हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी टेस्ट क्रिकेट पर जोर देने के साथ घर पर द्विपक्षीय क्रिकेट की रक्षा करना है।
शाह ने आगे कहा कि मैं ओलंपिक में क्रिकेट देखने के लिए भी उत्सुक हूं, क्योंकि इससे खेल को बढ़ने में मदद मिलेगी। खेल का विस्तार हमारे सामने एक चुनौती है और हमें इसे किसी भी अल्पकालिक व्यावसायिक पहल पर प्राथमिकता देनी चाहिए। जय शाह के बयान से साफ़ है कि वह किसी भी तरह के टी20 टूर्नामेंट के पक्ष में फ़िलहाल नहीं हैं।
रमीज राजा ने कहा था कि ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीम के अलावा भारत और पाकिस्तान के साथ चतुष्कोणीय टी20 टूर्नामेंट का प्रस्ताव आईसीसी के सामने रखूंगा। मार्च में होने वाली मीटिंग में राजा ने इस तरह का प्रस्ताव रखने की बात कही थी। रग्बी में इस तरह फ़ॉर्मेट अपनाते हुए टूर्नामेंट होते हैं।
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज कई सालों से नहीं खेली गई है। हालांकि आईसीसी के इवेंट्स में दोनों टीमों के बीच मैच हुए हैं। इसके अलावा एशिया कप के मुकाबले भी खेले गए हैं। अन्य किसी भी तरह के मैच दोनों देशों के बीच नहीं हो रहे। पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप के समय दुबई में भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला खेला गया था।