ऑस्ट्रेलिया को दिसंबर में भारत का दौरा (IND-W vs AUS-W) करना है, जिसमें सफ़ेद गेंद के मैचों के साथ-साथ एक टेस्ट मुकाबला भी खेला जाना है। टेस्ट मुकाबले में जबरदस्त प्रदर्शन करने के लिए ऑस्ट्रेलिया की बाएं हाथ की स्पिनर जेस जोनासन (Jess Jonassen) ने रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) का सहारा लिया है और उनकी गेंदबाजी को बारीकी से देख रही हैं। इसका खुलासा खुद जोनासन ने किया है।
1984 के बाद से भारत पहली बार ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट मैच के लिए मेजबानी करेगा। दोनों टीमों के बीच आगामी टेस्ट मुकाबला 21 से 24 दिसंबर के बीच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाना है, जो ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे का पहला मैच भी होगा। हाल ही में भारत दौरे के लिए ऑस्ट्रेलिया ने अपने स्क्वाड का ऐलान किया था, जिसमें जेस जोनासन के साथ एश्ली गार्डनर, अलाना किंग और जार्जिया वैरहम भी स्पिन विकल्पों के रूप में उपलब्ध रहेंगी।
रविंद्र जडेजा को भारतीय पिचों पर काफी घातक गेंदबाज माना जाता है, खासकर टेस्ट फॉर्मेट में उन्होंने कई बार ऑस्ट्रेलिया टीम को अकेले ही खूब तंग किया है। इसी वजह से जोनासन उनकी गेंदबाजी की मदद से भारतीय बल्लेबाजों को उनकी ही घरेलू परिस्थितियों में मुश्किल में डालने की तैयारी कर रही हैं।
जेस जोनासन ने AAP से बात करते हुए बताया,
जडेजा एक ही लेंथ पर अविश्वसनीय तरीके से अपनी गति पर नियंत्रण रखते हैं। बल्ले के दोनों किनारों को मात देने की उनकी क्षमता शायद किसी से कम नहीं है। यह कुछ ऐसा है जिसे मैं भारत में आने पर खुद दोहराने की उम्मीद कर रही हूं। उम्मीद करती हूं कि मैं कुछ स्पेल कर सकूं जैसा कि उन्होंने अपने टेस्ट करियर में किया है।
ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर ने बताया कि पहले वो न्यूजीलैंड के दिग्गज डेनियल विटोरी देखती थीं लेकिन अब जडेजा ऐसे गेंदबाज हैं, जिनको वो देख रही हैं। उन्होंने कहा,
मैं न्यूजीलैंड के पूर्व स्पिनर डेनियल विटोरी को खेलते हुए देखती थी लेकिन मौजूदा माहौल में जडेजा वह गेंदबाज हैं। मैं उनको भारत में 50 ओवर के वर्ल्ड कप में देख रही हूं। यह इस मायने में थोड़ा अलग है कि पुरुष खिलाड़ी हमारी तुलना में थोड़ी तेज गेंदबाजी करते हैं लेकिन कुछ मामलों में यह अभी भी काफी हद तक वैसा ही है जैसा मैं प्रदर्शन करने और हासिल करने की कोशिश कर रही हूं।
जेस जोनासन ने ऑस्ट्रेलिया की तरफ से अभी तक पांच टेस्ट मुकाबले खेले हैं, जिनमें उनके आंकड़े कुछ खास नहीं हैं। उन्होंने इन मुकबलों की आठ पारियों में सिर्फ छह विकेट चटकाए हैं। ऐसे में उनके पास भारत दौरे पर खुद को साबित करते हुए अच्छा करने की चुनौती होगी।