Sachin Tendulkar 3 test Records Joe Root not able to Break: मौजूदा समय में वेस्टइंडीज की टीम इंग्लैंड (ENG vs WI) के दौरे पर है। वहां दोनों टीमों के बीच 3 टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जा रही है। इंग्लैंड की टीम ने सीरीज में शानदार प्रदर्शन करते हुए पहले ही 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है। वहीं, इस सीरीज में इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट काफी अच्छी लय में नजर आए हैं और उन्होंने टेस्ट करियर में 12000 रन भी पूरे कर लिए हैं।
सीरीज के दूसरे मैच में उन्होंने अपने टेस्ट करियर का 32वां शतक लगाया था। इस बात में कोई शक नहीं है कि रूट टेस्ट फॉर्मेट के दिग्गज बल्लेबाजों में से एक हैं। उन्होंने टेस्ट फॉर्मेट के सबसे महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के कुछ रिकॉर्ड्स को भी ध्वस्त किया है।
रूट के पास अभी भी तेंदुलकर के कई टेस्ट रिकॉर्ड्स को तोड़ने का बढ़िया मौका है। इस आर्टिकल में हम सचिन तेंदुलकर के उन तीन रिकॉर्ड्स का जिक्र करेंगे, जिन्हें जो रूट नहीं तोड़ पाएंगे।
1. सबसे तेज 15000 रन पूरे का रिकॉर्ड
महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर अपने टेस्ट करियर की 300वीं पारी में 15,000 रन बनाने वाले पहले क्रिकेटर बने। उन्होंने नवंबर 2011 में दिल्ली में वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरी पारी के दौरान यह उपलब्धि हासिल की थी। पहली पारी में सात रन पर आउट होने के बाद, तेंदुलकर ने 148 गेंदों पर 76 रन बनाकर 15,000 रन का आंकड़ा पार किया था और भारत को पांच विकेट से जीत दिलाई थी।
दूसरी ओर, वेस्टइंडीज के विरुद्ध हो रहे तीसरे टेस्ट मुकाबले से पहले जो रूट ने अपने टेस्ट करियर में 260 पारियां खेली हैं और वह इस आंकड़े से करीब 3,000 रन दूर हैं। रूट अभी जिस औसत से रन बना रहे हैं, उसे देखते हुए उनको सचिन के रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए अपनी अगली 40 पारियों में अब 75 या उससे अधिक रन बनाने होंगे, जो कि लगभग नामुमिकन है।
2. सबसे लंबा टेस्ट करियर
'मास्टर ब्लास्टर' ने 16 साल की उम्र में नवंबर 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ कराची में अपना टेस्ट डेब्यू किया था। तेंदुलकर नवंबर 2013 तक भारतीय टीम के लिए खेलते रहे। उनका टेस्ट करियर 24 साल का रहा।
वहीं, रूट ने दिसंबर 2012 में नागपुर में भारत के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया, जहां उन्होंने पहली पारी में 229 गेंदों पर 73 रन बनाए थे। अब एक खिलाड़ी के रूप में रूट अपने टेस्ट करियर के 12वें वर्ष में हैं और 33 वर्षीय इंग्लिश बल्लेबाज के लिए 12 या उससे अधिक वर्षों तक अपना करियर जारी रख पाना बेहद चुनौतीपूर्ण होगा।
3. डक पर आउट हुए बिना सबसे ज्यादा पारियां खेलने का रिकॉर्ड
सचिन तेंदुलकर अपने टेस्ट करियर में आखिरी बार मार्च 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चेन्नई में हुए मुकाबले में डक पर आउट हुए थे। वह डक पर आउट हुए बिना सबसे ज़्यादा पारियां (91*) खेलने वालों की लिस्ट में तीसरे स्थान पर हैं, ये रिकॉर्ड उनके करियर के अंतिम मैच तक कायम रहा।
रूट मई 2016 में लीड्स में श्रीलंका के खिलाफ़ हुए मुकाबले में डक पर आउट हो गए थे। उस मैच के बाद रूट 46 पारियों (बनाम न्यूजीलैंड, 2018) के बाद फिर से डक का शिकार हुए थे। रूट आखिरी आखिरी बार 2022 पाकिस्तान के विरुद्ध हुए मुकाबले में डक पर आउट हुए थे। तब से लेकर अब तक रूट 30 पारियां खेल चुके हैं। 33 वर्षीय खिलाड़ी के लिए आगामी सीरीज में डक पर आउट होने से खुद को बचा पाना मुश्किल साबित हो सकता है।