दिग्गज बल्लेबाज जो रूट (Joe Root) ने इंग्लैंड टेस्ट टीम (England Cricket Team) की कप्तानी छोड़ने के पीछे बड़ी वजह बताई है। उन्होंने कहा कि कप्तानी की वजह से उनके स्वास्थ्य के ऊपर काफी बुरा असर पड़ रहा था और इसी वजह से उन्होंने कप्तानी छोड़ने का फैसला किया।
जो रूट ने अपने करियर में 64 टेस्ट मैचों में इंग्लैंड की कप्तानी की। वो अपने देश के लिए सबसे अधिक टेस्ट मैचों में कप्तानी करने वाले खिलाड़ी हैं। उनकी कप्तानी में इंग्लैंड ने 27 मैच जीते और 26 में उन्हें हार मिली। पिछले साल से ही रूट पर कप्तानी छोड़ने का दबाव बन रहा था और ऑस्ट्रेलिया में खेली गई एशेज सीरीज में 4-0 की करारी हार के बाद यह दबाव और भी बढ़ गया था। एशेज की हार के बावजूद रूट ने इंग्लैंड की टेस्ट टीम की कप्तानी जारी रखने की इच्छा जताई थी और उन्होंने वेस्टइंडीज में टीम को लीड किया था। हालांकि, वेस्टइंडीज में भी टेस्ट सीरीज हारने के बाद रूट के पास कप्तानी छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।
कप्तानी के दबाव की वजह से मेरे स्वास्थ्य पर पड़ रहा था असर - जो रूट
जो रूट के मुताबिक कप्तानी की वजह से उनके ऊपर प्रेशर काफी बढ़ गया था और इसका असर उनके स्वास्थ्य पर देखने को मिल रहा था और इसी वजह से उन्होंने कप्तानी छोड़ दी। न्यूजीलैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट मैच के बाद उन्होंने कहा,
कप्तानी की वजह से मेरे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा था। मैदान में जो चीजें होती थीं वो मेरे दिमाग में हमेशा चलती रहती थीं। ये मेरी फैमिली और मुझसे जुड़े करीबी लोगों के लिए अच्छा नहीं था। इसके अलावा मेरे लिए भी ये सही नहीं था।