टेस्ट टीम से बाहर होने का हकदार था: जेपी डुमिनी

दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर जेपी डुमिनी ने कहा है कि टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करने के करीबन 2 महीने पहले ही उनका करियर इस प्रारूप में समाप्त हो चुका था। उन्होंने कहा कि मुझे लगता था कि अब मैं टीम से बाहर होने का हक़दार हूँ। डुमिनी ने इसी वर्ष टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा है।

बांग्लादेश के खिलाफ वन-डे सीरीज शुरू होने से पहले दक्षिण अफ्रीका इनविटेशन इलेवन के लिए अभ्यास मैच के मौके पर उन्होंने कहा कि लॉर्ड्स में आउट होकर आते समय मुझे लगा कि एक बदलाव की जरुरत है। मैं टीम से बाहर किये जाने का हक़दार था। मेरी जगह लेने के लिए कई खिलाड़ी हाथ खड़े किये हुए नजर आ रहे थे और मुझे एक दूसरे रास्ते की जरुरत महसूस हुई।

इस ऑलराउंडर ने अपना अंतिम टेस्ट जुलाई 2017 में लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। 46 टेस्ट मैचों में इतने बड़े खिलाड़ी के नाम महज 6 शतक अच्छा प्रदर्शन नहीं कहा जा सकता। इनमें से भी 2 शतक पिछले वर्ष ही बनाए गए थे। लॉर्ड्स में खेले गए अंतिम टेस्ट में उन्होंने 15 और 2 रन का स्कोर किया था, मेजबान ने इसमें 211 रनों से जीत दर्ज कर सीरीज में 1-0 की बढ़त भी प्राप्त कर ली।

2008 में टेस्ट डेब्यू करने वाले डुमिनी को दक्षिण अफ्रीका की टीम में स्थायी रूप से अपनी जगह पक्की करने के लिए काफी उतार चढ़ाव से गुजरना पड़ा है। उन्होंने यह माना भी है कि उनका प्रदर्शन रंगीन कपड़ों में ज्यादा सही है और वन-डे टीम में वे अभिन्न हिस्सा बने रहेंगे।

टेस्ट सीरीज में बांग्लादेश को 2-0 से पटखनी देने के बाद दक्षिण अफ्रीका की टीम वन-डे में भी मेहमान टीम से दो-दो हाथ करने के लिए तैयार है। जेपी डुमिनी उनकी वन-डे साइड का अहम हिस्सा हैं और उनका प्रदर्शन भी काफी अच्छा रहा है। इस टीम की नजरें इस बार वन-डे में नम्बर एक की कुर्सी हासिल करने पर होंगी।

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