पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर (Justin Langer) ने इस्तीफ़ा देने के बाद खुलासा किया कि भविष्य को लेकर मीडिया में लगातार चर्चा का उनके परिवार पर काफी प्रभाव पड़ा। हालांकि, लैंगर के मुताबिक वह अपने इस्तीफे के बाद किसी तरह का पछतावा नहीं कर रहे हैं और काफी शांत महसूस कर रहे हैं।
शनिवार को लैंगर ने ऑस्ट्रेलिया के हेड कोच के पद से इस्तीफ़ा दे दिया और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के शार्ट-टर्म एक्सटेंशन के ऑफर को ठुकरा दिया। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने 51 वर्षीय लैंगर को उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया और प्रमुख निक हॉकले ने स्वीकार किया कि उनके जाने के पीछे एकता की आवश्यकता एक अहम कारण रही।
ऑस्ट्रेलियन रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने कहा कि पिछले 12 महीनों में उनके कार्यकाल के बारे में मीडिया की अटकलों ने उनके परिवार को परेशान कर दिया। लैंगर की कोचिंग को अत्यधिक इंटेंस बताया गया और इसके लिए उन्होंने माफी मांगते हुए खिलाड़ियों को गुड लक बोला।
पिछले 12 महीनों में ऑस्ट्रेलियाई पुरुष क्रिकेट कोच के रूप में मेरे भविष्य को लेकर मीडिया में काफी अटकलें लगाई जा रही हैं और इससे मेरे परिवार पर भारी असर पड़ा है। मुझे उम्मीद है कि इस समय के दौरान, और अपने पूरे कार्यकाल में, मैंने खुद को ईमानदारी और गरिमा के साथ रखा है। मेरा जीवन ईमानदारी, सम्मान, सच्चाई, विश्वास और प्रदर्शन के मूल्यों पर बनाया गया है और अगर यह कई बार 'बहुत इंटेंस' लगा हो, तो मैं क्षमा चाहता हूं। ऐसा कहा जाता है कि जब आप किसी चीज को संभालते हैं और उसे पहले से बेहतर जगह छोड़ते हैं तो इसका मतलब आपने अपना काम कर दिया है।
जस्टिन लैंगर ने बतौर कोच कुछ करारी हार भी झेलीं लेकिन उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को अपनी कोचिंग में टी20 वर्ल्ड कप का ख़िताब और एशेज की ट्रॉफी जितवाई। उनके मुताबिक वह अपनी उपलब्धियों से काफी खुश हैं। उन्होंने आगे कहा,
उच्च स्तर पर जाने के संदर्भ में, मैं एक टी20 वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा होने और एशेज जीतने वाले स्क्वाड का हिस्सा होने के लिए शुक्रगुजार हूं, टीम को नंबर 1 रैंक की तरफ बढ़ते देखा, विजडन कोच ऑफ द ईयर के रूप में चुना गया और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में रहा ; यह सब पिछले पांच महीने में हुआ। मैं आभारी हूं कि उच्च स्तर पर जा रहा हूं।