जस्टिन लैंगर (Justin Langer) को ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम (Australia Cricket Team) की कोचिंग छोड़े हुए कुछ महीने बीत चुके हैं। उन्होंने एक बार फिर अपने कोचिंग कार्यकाल को लेकर बयान दिया है। लैंगर ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि उनके कोचिंग कार्यकाल के आखिरी छह महीने काफी बेहतरीन रहे। उन्होंने कहा कि अगर उन विवादों को छोड़ दिया जाए तो हमने आखिरी छह महीनों में शानदार प्रदर्शन किया था।
जस्टिन लैंगर को 2018 में बॉल टैंपरिंग की घटना के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम का हे़ड कोच नियुक्त किया गया था। उनकी कोचिंग में ऑस्ट्रेलिया का परफॉर्मेंस मिला जुला रहा। टीम को भारत से दो बार अपने ही घर में टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा। हालांकि टी20 वर्ल्ड कप और एशेज सीरीज में कंगारू टीम ने जबरदस्त तरीके से जीत हासिल की। ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि शायद लैंगर को दोबारा ऑस्ट्रेलियाई टीम का कोच नियुक्त कर दिया जाए। हालांकि ऐसा नहीं हुआ।
अपने इस्तीफे के बाद जस्टिन लैंगर ने बड़ा आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि कुछ सीनियर प्लेयर और सपोर्ट स्टाफ मेंबर थे जो नहीं चाहते थे कि वो कोच बने रहे और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने जो फैसला लिया है उसका वो सम्मान करते हैं।
मुझे पूर्व क्रिकेटरों का जमकर सपोर्ट मिला - जस्टिन लैंगर
अब लैंगर ने कोच के तौर पर अपने इस्तीफे को लेकर एक बार फिर से बड़ी प्रतिक्रिया दी। पर्थ में चैंबर ऑफ कॉर्मस एंड इंडस्ट्री के इवेंट में उन्होंने कहा "मुझे ऑस्ट्रेलिया के कई पूर्व क्रिकेटरों का समर्थन मिला जो काफी शानदार रहा। वे ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट की असली जान हैं और पूरी दुनिया की क्रिकेट में काम करते हैं। एक्टिंग चैयरमैन से मेरी बात हुई थी। मेरे कोचिंग करियर के आखिरी छह महीने काफी शानदार रहे। हमने हर एक टूर्नामेंट में जीत हासिल की। राजनीति और चालबाजी को छोड़ दें तो आखिरी छह महीने शानदार रहे।"