जस्टिन लैंगर (Justin Langer) ने खुद को ऑस्ट्रेलियाई टीम (Australia Cricket Team) की कोचिंग से हटाए जाने को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है जब उन्हें कोचिंग से हटाया गया तो उस वक्त टीम नंबर वन थी लेकिन इसके बावजूद उन्हें हटा दिया गया। जस्टिन लैंगर ने ये भी आरोप लगाया कि उनके पीठ पीछे उनकी काफी बुराई की गई थी।
जस्टिन लैंगर को 2018 में बॉल टैंपरिंग की घटना के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम का हे़ड कोच नियुक्त किया गया था। उनकी कोचिंग में ऑस्ट्रेलिया का परफॉर्मेंस मिला जुला रहा। टीम को भारत से दो बार अपने ही घर में टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा। हालांकि टी20 वर्ल्ड कप और एशेज सीरीज में कंगारू टीम ने जबरदस्त तरीके से जीत हासिल की। ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि शायद लैंगर को दोबारा ऑस्ट्रेलियाई टीम का कोच नियुक्त कर दिया जाए। हालांकि ऐसा नहीं हुआ। वहीं अपने इस्तीफे के बाद जस्टिन लैंगर ने बड़ा आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि कुछ सीनियर प्लेयर और सपोर्ट स्टाफ मेंबर थे जो नहीं चाहते थे कि वो कोच बने रहें और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने जो फैसला लिया है उसका वो सम्मान करते हैं।
जस्टिन लैंगर ने हेड कोच पद से हटाए जाने को लेकर दी तीखी प्रतिक्रिया
अब एक बार फिर से जस्टिन लैंगर ने अपने इस्तीफे को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने न्यूज कार्प मीडिया के साथ हालिया इंटरव्यू में कहा 'हर कोई मेरे सामने तो काफी अच्छे से पेश आ रहा था लेकिन पीठ पीछे काफी कुछ हो रहा था जिसे मैं अखबारों में पढ़ रहा था। कई सारे जर्नलिस्ट लिखते थे कि उन्हें 'सोर्स' से पता चलता है लेकिन मैं ये कहूंगा कि इस शब्द की बजाय कायर शब्द लिखना चाहिए था क्योंकि सोर्स से आपका क्या मतलब है। मेरे सामने किसी ने कुछ नहीं कहा और पीठ पीछे अपने एजेंडे के लिए खबरें लीक की।'